अगस्त्यमुनि। अगस्त्यमुनि-बेडूबगड बाईपास निर्माण और अतिक्रमण के नाम पर व्यापारियों को बेरोजगार करने के खिलाफ शनिवार को अगस्त्यमुनि नगर क्षेत्र में सौडी से सिल्ली तक दुकानें बंद रही। साथ ही व्यापारियों ने नगर में जोरदार तरीके से जुलूस प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बाईपास निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले व्यापारियों ने जुलूस प्रदर्शन के बाद अगस्त्यमुनि मुख्य बाजार में जनसभा की। यहां एक दर्जन से अधिक व्यापारी धरने पर बैठ गए।
अतिक्रमण के नाम पर सरकार पर लगाया व्यापारियों को बेरोजगार करने का आरोप
सभा का संचालन करते हुए व्यापार संघ के प्रदेश संगठन मंत्री और संघर्ष समिति के अध्यक्ष शत्रुघन सिंह नेगी ने कहा कि व्यापारियों को उत्पीडन किसी भी हालात में सहन नही किया जायेगा। कहा कि अगस्त्यमुनि में क्रमिक धरना शुरू हो गया है। यह लड़ाई लम्बी चलेगी। इस मौके पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कुंवर सजवाण ने कहा कि ये सरकार तोडफोड की सरकार है। कहा कि सरकार जिन व्यापारियों को उजाडने का प्रयास कर रही है वही व्यापारी केदारनाथ और बदरीनाथ की यात्रा पर देशभर से आए लाखों लोगो की यात्रा को सुगम करते हैं। जिस प्रकार सरकार ने तराई क्षेत्र की मलिन वस्ती के लिए अध्यादेश पारित किया है, इसी प्रकार इन व्यापारियों के व्यवसाय को बचाने के लिए भी भी अध्यादेश लाना चाहिए। व्यापार संघ के प्रदेश संगठन मंत्री मोहम्मद उस्मान ने सभी व्यापारियों से एकजुट होकर लक्ष्य प्राप्ति का आवाह्न किया।
कई जनप्रतिनिधियों ने दिया व्यापारियों को समर्थन
जिला पंचायत सदस्य कुलदीप कण्डारी व विनोद राणा ने आन्दोलन को समर्थन देते हुए कहा कि इसमें राजनैतिक विद्वेश नही होना चाहिए। व्यापार संघ के पूर्व जिला महामंत्री मोहन रौतेला, सामाजिक कार्यकर्ता हर्षवर्धन बेंजवाल, महामंत्री त्रिभुवन नेगी ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों को व्यापारियों के आन्दोलन को समर्थन देना चाहिए। बाईपास निमार्ण कार्य 80 प्रतिशत पूरा हो गया था। इसलिए इसका निमार्ण कार्य शीघ्र पूरा किया जाए। जिससे अतिक्रमण की कार्यवाही के चपेट में आने वाले व्यापारियों को पलायन न करना पड़े। धरने पर बैठने वालों में त्रिभुवन नेगी, विजय कुमार, बलबीर लाल, मोहन रौतेला, माधुरी नेगी, शकुंतला चौहान, कान्ती देवी, प्रमोद गुंसाई, राजेश बगवाडी मौजूद थे।