रुद्रप्रयाग। पहाड़ी क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का व्यापारियों द्वारा विरोध जारी है। अतिक्रमण चिन्हीकरण से गुस्साए चोपता व्यापार मंडल इकाई के व्यवसायियों द्वारा मक्कूबैंड में तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन शुरू किया गया। रविवार को मक्कूबैंड से तुंगनाथ तक व्यवसाय कर रहे स्थानीय व्यवसायियों द्वारा सरकार के मामले में हस्तक्षेप न करने पर विरोध व्यक्त किया गया।
मक्कूबैंड से तुंगनाथ कारोबार कर रहे सैकड़ों युवा हुए प्रदर्शन में शामिल
धरना प्रदर्शन के बाद आयोजित बैठक में स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही को लेकर रोष व्यक्त किया। कहा कि अतिक्रमण के नाम पर की जा रही कार्यवाही पर सरकार व जनप्रतिनिधि मौन हैं। बैठक में मक्कूबैंड से तुंगनाथ तक ढाबा, होटल, लॉज, टेंट कैम्प का संचालन कर रहे सैकड़ो युवा सम्मिलित हुए। प्रशासन द्वारा राष्ट्रीय राजमार्गों से अतिक्रमण को हटाया जा रहा। जिसके तहत विभिन्न जगहों पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जा चुकी है। बैठक में स्थानीय लोगों ने कहा कि सरकार द्वारा स्थानीय लोगों के रोजगार को बचाने के लिए कोई भी कदम नहीं उठाए गए हैं। व्यवसायी दर दर अपने व्यवसाय को बचाने की गुहार लगा रहे हैं। कहा कि सदियों से विभिन्न पड़ावों पर पौराणिक हकहकूकों के अनुसार अपना व्यवसाय कर रहे हैं और उन्हें बार बार नोटिस देकर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। अब अतिक्रमण के नाम पर प्रशासन द्वारा उनके प्रतिष्ठानों को तोड़कर स्थानीय लोगों से रोजगार छीना जा रहा है। बैठक में स्थानीय युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए पर्यटन व रोजगार नीति बनाने की मांग की। मक्कूबैंड में स्थानीय व्यापारियों द्वारा 5 सितंबर तक धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
व्यापारियों के अधिकारों का हनन नहीं किया जाएगा बर्दास्त
व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अंकुर खन्ना, महामंत्री चन्द्रमोहन सेमवाल व चोपता ईकाई के अध्यक्ष भूपेंद्र मैठाणी ने कहा कि व्यापारियों के अधिकारों का हनन नहीं होने दिया जाएगा। कहा कि लोगों के व्यवसाय को उजड़ता देख सरकार मूक बनी हुई है। दशकों से अपना व्यापार कर रहे स्थानीय लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है। इस मौके पर व्यापार मंडल जिलाध्यक्ष अंकुर खन्ना, महामंत्री चन्द्रमोहन सेमवाल, चोपता व्यापार मंडल अध्यक्ष भूपेंद्र मैठाणी, उपाध्यक्ष यशपाल नेगी, सतीश मैठाणी, मीना पुंडीर, योगेंद्र नेगी, कैलाश पुष्पवाण, मोहन मैठाणी, नन्दन सिंह रावत, प्रदीप बजवाल, विजय चौहान, कुंवर सिंह राणा, विनोद नेगी, प्रमोद रावत, मदन चौहान, आशीष रावत, उमेद राणा, राजेन्द्र नेगी आदि मौजूद थे।