विभाग पर लगाया धीमी गति से कार्य करने का आरोप
रुद्रप्रयाग। ऊखीमठ क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, स्थानीय लोगों एवं व्यापारियों ने केदारनाथ हाइवे पर कुंड में चक्काजाम किया। उनका आरोप है कि टूटी सड़क पर जो काम हो रहा है वह कछुआ गति से हो रहा है जिससे लोगों को परेशानियां हो रही है। आक्रोशित लोगों ने अफसरों के लिखित आश्वासन पर चक्काजाम खत्म किया।
बताते चलें कि कुंड-ऊखीमठ राजमार्ग पर संसारी के निकट क्षतिग्रस्त सड़क के निर्माण की धीमी गति एवं बद्रीनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं को विद्यापीठ चुन्नी बैंड से भेजने की मांग को लेकर 45 मिनट तक चक्काजाम किया गया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शनिवार को स्थानीय लोग कुंड में एकत्रित हुए। जिसके बाद पौने ग्यारह बजे नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा, पूर्व नपं अध्यक्ष रीता पुष्पवान, व्यापार मंडल अध्यक्ष राजीव भट्ट एवं सरपंच पवन राणा के साथ स्थानीय लोगों ने राजमार्ग पर बैठकर चक्काजाम शुरू किया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने शासन एवं प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
लिखित आश्वासन के बाद खोला चक्काजाम
चक्काजाम से राजमार्ग के दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लगी। जिससे तीर्थयात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं मौके पर तहसीलदार डीएस राणा एवं प्रभारी एई एनएच राजवीर चौहान ने पहुँचकर वार्ता की। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों से वार्ता के बाद सात दिन में राजमार्ग को खोलने एवं कालीमठ बैंड पर रात दस बजे तक पुलिसकर्मी की तैनाती करने के लिखित आश्वासन पर पौने एक घण्टे बाद आंदोलनकारियों ने चक्काजाम समाप्त किया। वहीं संसारी में मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त होने से पूरे ऊखीमठ क्षेत्र के लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऊखीमठ से लेकर चोपता,रांसी तक स्थानीय व्यवसायियों पर काफी असर पड़ा है। यहाँ होटल लॉज व्यवसायियों की सभी बुकिंग कैंसल हो रही है।
नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा ने कहा कि क्षतिग्रस्त राजमार्ग को दुरुस्त करने के लिए सात दिन का लिखित आश्वासन मिला है। व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजीव भट्ट ने बताया कि राजमार्ग बंद होने से स्थानीय लोगों के साथ व्यापारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस मौके पर नगर अध्यक्ष विजय राणा, व्यापार मंडल अध्यक्ष राजीव भट्ट, पूर्व अध्यक्ष रीता पुष्पवान, सरपंच पवन राणा, उपाध्यक्ष अंजनेश पंवार, वीरेंद्र सिंह, नन्दन सिंह रावत, दिनेश तिवारी, महावीर सिंह, कैलाश पुष्पवान, कर्मवीर बर्त्वाल, हरिमोहन भट्ट, सन्तोष त्रिवेदी, कर्मवीर कुँवर, नागेंद्र राणा, राय सिंह रावत आदि मौजूद थे।
—