उत्तराखंड

वेद मंत्रों के साथ शुरू हुआ पुंडेश्वर महादेव मंदिर में शिव महापुराण

शिव महापुराण

अलकनंदा नदी से निकाली गई 151 जल कलशों के साथ भब्य जल कलश यात्रा

रुद्रप्रयाग। मुख्यालय स्थित पुंडेश्वर महादेव मंदिर पुनाड़ में 11 दिवसीय शिव महापुराण का भव्य जल कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हो गया। अलकनंदा नदी किनारे से 151 जल कलशों के साथ बड़ी संख्या में भक्तों ने कलश यात्रा निकाली। शिव के जयघोषों के साथ कलश यात्रा मंदिर परिसर में पहुंची जहां कलश और पंचांग पूजन के साथ कथा का शुभारंभ किया गया।

 

शिव महापुराण श्रवण से होती है पुण्य फल की प्राप्ति

रविवार को मुख्यालय स्थित प्राचीन पुंडेश्वर महादेव मंदिर पुनाड़ में भक्तों को शिव महापुराण कथा का रसपान कराते हुए कथा व्यास आचार्य दीपक नौटियाल ने कहा कि शिव महापुराण ऐसी कथा है जिसका श्रवण मात्र ही मनुष्य को धन्य करने के साथ ही मुक्ति प्रदान करता है। इसके आयोजन और नियमित श्रवण से हमें जन्म जन्मों के फल की प्राप्ति होती है। इस मौके पर पांडव नृत्य एवं शिव समिति के अध्यक्ष प्रकाश भारती ने नगर की सम्पूर्ण जनता से अधिक से अधिक संख्या में आकर इस धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होकर पुण्य अर्जित करने का आह्वान किया है। पहले दिन पंचांग पूजन के साथ ही नियमित पूजा अर्चना और शिव स्तुति की गई।

पांडव नृत्य एवं शिव समिति ने किया नगरवासियों से कथा श्रवण का आह्वान

 

इस मौके पर रामचन्द्र नौटियाल, चन्द्रप्रकाश सेमवाल, दिनेश चन्द्र सेमवाल, कमलेश्वर प्रसाद सेमवाल, अनिल सेमवाल, विनोद सेमवाल, अध्यक्ष प्रकाश भारती, सभासद लक्ष्मण कप्रवान, हरीश गिरी, कालिका सेमवाल, शैलेंद्र गोस्वामी भारती, विक्रम कप्रवान, केशव नौटियाल, पूर्व प्रधान सुरेंद्र बिष्ट, चन्द्रशेखर चौधरी, रामलाल चौधरी, विपुल नौटियाल, सभासद सुरेंद्र रावत, व्यापार संघ अध्यक्ष चन्द्रमोहन सेमवाल, तोताराम, दिनेश कप्रवान, उम्मेद बिष्ट, मुकेश नौटियाल, गणेश सेमवाल, सूरज नौटियाल सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।

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