समस्त पुराणों में श्रेष्ठ है शिव महापुराण: आचार्य दीपक
रुद्रप्रयाग। पुंडेश्वर महादेव मंदिर में चल रहे शिव महापुराण के तीसरे दिन कथा व्यास आचार्य दीपक नौटियाल ने कहा कि शिव महापुराण कथा का श्रवण जीवन को धन्य बनाती है। मानव जीवन में हमें नित्य कार्यो की तरह प्रभु का सुमिरन जरूर करना चाहिए। कहा कि रुद्रनाथ की भूमि में शिव महापुराण का आयोजन करना समस्त विश्व कल्याण के लिए फलदाई है।
तीसरे दिन कड़ाके की सर्दी के बाद भी बड़ी संख्या में पहुंचे भक्त
पांडव नृत्य एवं शिव समिति पुनाड़ द्वारा पुंडेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित शिव महापुराण में कथा व्यास ने कहा कि भक्तों को भगवान की कथा के दौरान मन को एकाग्र और शांत होकर आनंद से कथा श्रवण करनी चाहिए। जीवन में अशांत नहीं एकांत और शांत की जरूरत होती है। शिव महापुराण पुराणों का जीवन है। यह समस्त पुराणों में श्रेष्ठ है। उन्होंने भगवान शिव की महिमा का वर्णन किया। कहा कि ऊं नम शिवाय मंत्र का जाप हमें अदभुत शक्ति प्रदान करता है। इसलिए इस मंत्र का सैदव उच्चारण करें। इस मौके पर दूर दराज से बड़ी संख्या में भक्त कथा का श्रवण कर रहे हैं।
पुनाड़ में पांडव लीला और कथा का है धार्मिक महत्व
पंडित दिनेश चन्द्र सेमवाल ने बताया कि पांडव नृत्य एवं शिव समिति द्वारा भव्य शिव महापुराण का आयोजन किया जा रहा है। धार्मिक महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि एक वर्ष पांडव चौक में पांडव लीला और दूसरे वर्ष पुंडेश्वर महादेव मंदिर में कथा का आयोजन कराने की परम्परा है। इसी के निमित यह आयोजन किया जा रहा है। कड़ाके की सर्दी के बाद भी बड़ी संख्या में भक्त प्रतिदिन कथा श्रवण को पहुंच रहे हैं।
इस मौके पर पंडित दिनेश चन्द्र सेमवाल, कमलेश्वर प्रसाद सेमवाल, अनिल सेमवाल, चन्द्रप्रकाश सेमवाल, विनोद सेमवाल, रामचन्द्र नौटियाल, पांडव नृत्य एवं शिव समिति के अध्यक्ष प्रकाश भारती, चक्रधर सेमवाल, शैलेंद्र भारती, विक्रम कप्रवान आदि मौजूद थे।
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