
चोपता-तड़ाग मोटर मार्ग पर भूस्खलन, गांव को खतरा
रुद्रप्रयाग। लगातार हो रही बारिश के साथ तेज धूप पड़ने के कारण पहाड़ों में भूस्खलन होने लगा है। कई जगहों पर लोग दहशत में है और अपने घरों को खाली करने के लिए मजबूर हैं। रुद्रप्रयाग जनपद के चोपता-तड़ाग मोटरमार्ग पर भारी भूस्खलन होने से गांव को खतरा पैदा हो गया है। यहां मोटर मार्ग का करीब तीस मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया है। प्रशासन ने खतरे को देखते हुए तीन परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है जबकि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में स्कूल जाने के साथ ही ग्रामीणों की आवाजाही का मार्ग बंद हो गया है।
प्रशासन की टीम ने तीन परिवारों को किया सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट
बीती रात से अगस्त्यमुनि ब्लॉक के तड़ाग गांव के नीचे रुद्रप्रयाग चोपता तडाग मोटर मार्ग के पास बड़ी मात्रा में भूस्खलन हो रहा है। सोमवार को हुए भूस्खलन से तीन परिवारों को खतरा पैदा हो गया है। 70 परिवारों की पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। सूचना पर मौके पर पहुंची तहसीलदार रुद्रप्रयाग मंजू राजपूत ने सोमवार को मौके का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि डीडीआरएफ और ग्रामीणों की मदद से तीन परिवार बीरपाल सिंह, बरदेश्वर सिंह और धनपत सिंह को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर लिया है। कुछ गौशालाएं भी खतरे की जद में आ सकती है इसलिए पशुओं को भी सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। चार परिवारों को तिरपाल दिया गया है। क्षेत्र में भूगर्भीय सर्वेक्षण किया जाएगा। इधर, भूस्खलन के चलते क्षेत्र में मोटर मार्ग के का तीस मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। पहाड़ी से यहां पर एक साथ कई टन मलबा गिरा है।
भूस्खलन से मोटर मार्ग का 30 मीटर हिस्सा ध्वस्त, पेयजल लाइन भी टूटी
इस भूस्खलन के कारण लोगों के घर भी खतरे की जद में आ गए हैं। ग्राम प्रधान वृजमोहन सिंह नेगी ने बताया कि चोपता-तड़ाग मोटरमार्ग पर लगातार भूस्खलन हो रहा है। भूस्खलन के कारण ग्रामीण रात भर सो नहीं पा रहे हैं। कई आवासीय घर भी भूस्खलन के कारण खतरे की जद में आ गए हैं। एसडीएम सदर अर्पणा ढौंडियाल ने बताया कि तहसीलदार के नेतृत्व में प्रशासन की टीम द्वारा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया गया। ग्रामीणों को सर्तक किया गया है जबकि जरूरत पडने पर सभी जरूरी सामग्री दी जाएगी। क्षतिग्रस्त मार्ग के बदले वैकल्पिक मार्ग बनाने के जल्द प्रयास किए जाएंगे।