सरकार और प्रशासन ने किया आपदा प्रभावित क्षेत्र में प्रशंसनीय कार्य: कुलदीप
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ में आई प्राकृतिक आपदा के बाद सरकार और प्रशासन पूरी तरह मदद में जुटा है। अब तक 10 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल दिया गया है। मौसम के कारण जिस तरह हालात थे उस विषम परिस्थिति में मुख्यमंत्री ने शीघ्र रेस्क्यू के निर्देश दिए, जिस तेजी से रेस्क्यू कार्य किया गया है, उसी का नतीजा है कि समय पर सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल दिया गया है।
त्वरित रेस्क्यू का ही नतीजा है कि मार्ग में फंसे सभी यात्री समय पर बचाए
केदारघाटी का दौरा कर लौटे भाजपा नेता कुलदीप रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रशासन के साथ ही सभी सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिए थे कि सुविधा और राहत के अभाव में किसी यात्री को थोड़ा भी मुश्किलें पैदा न हो इसके लिए पूरी ताकत झोंक दी जाए। मुख्यालय स्थित रुद्रा काम्पलैक्स में प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार घटना के दिन से ही स्वयं मॉनीटरिंग कर रहे हैं। हर पल की जानकारी ले रहे हैं। प्रदेश सरकार हर संभव मदद में जुटी है। कहा कि जिस तरह एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, भारतीय सेना, पुलिस, प्रशासन और स्थानीय लोग चारों ओर यात्रियों की मदद में जुटे हैं। उसकी का प्रतिफल है कि फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया है किसी के साथ कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। यह बड़ी कामयाबी है।
केदारघाटी के प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर की यात्रियों की मदद
उन्होंने कहा कि आपदा की खबर सुनते ही उन्होंने पूरी घाटी में अपने सहयोगी कार्यकर्ताओं की मदद से फूड पैकेज प्रभावित क्षेत्र में भिजवाए। साथ ही एक टीम लगातार यात्रियों की परेशानी को हल करने के लिए चौमासी क्षेत्र के साथ ही केदारघाटी के विभिन्न स्थानों पर तैनात रही। उन्होंने कहा कि दैवीय आपदाओं को रोकना मुंकिन नहीं है किंतु इसके नुकसान को कम करने और घटना के बाद लोगों की त्वरित मदद और राहत बचाव करना हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्द ही पैदल मार्ग को सुधारा जाए ताकि सितम्बर माह में दूसरे चरण की यात्रा को गति दी जा सके। इस मौके पर शांति प्रसाद चमोला, वीरेंद्र बिष्ट सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।