मौसम साफ होते ही केदारनाथ के लिए कल से होगी हेली सेवा से यात्रा शुरू
सीएम का केदारघाटी दौरा
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्र केदारघाटी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आपदा में हुए नुकसान, रेस्क्यू एवं बचाव कार्यों के साथ ही यात्रा को दोबारा शुरू करने को चल रही तैयारियों की समीक्षा ली। इससे पहले मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया। सीएम ने बुधवार से हेलीकॉप्टर से यात्रा शुरू कराने को हरी झंडी दी है। प्रति टिकट 25 फीसदी राज्य सरकार छूट देगी।
हेली सेवाओं से यात्रा कराने को दी हरी झंडी, प्रति टिकट 25 फीसदी छूट देगी राज्य सरकार
मंगलवार सुबह साढ़े 11 बजे करीब शेरसी पहुंचे मुख्यमंत्री ने सबसे पहले प्रभावित क्षेत्र का हवाई दौरा किया। इसके बाद उन्होंने अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। यात्रा से संबंधित सभी विभागों की समीक्षा करते हुए बारिश के चलते हुई क्षति की जानकारी ली। यात्रा शुरू करने के लिए विभिन्न विभागों ने अपने स्तर से की जा रही तैयारी एवं प्रयासों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि रिकॉर्ड समय में 12 हजार से अधिक यात्री एवं स्थानीय लोगों को रेस्क्यू किया गया है। रेस्क्यू अभियान लगभग पूरा हो चुका है। इसके बाद सरकार व जिला प्रशासन का फोकस अतिवृष्टि से प्रभावित हुए जनजीवन को सामान्य करने, भूस्खलन की चपेट में आने से प्रभावित क्षेत्र तथा सड़क मार्ग को दुरुस्त करने पर है। इसके साथ-साथ वैकल्पिक मार्गों को भी जल्द ठीक किया जाएगा। राज्य सरकार पूरे घटनाक्रम पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। केंद्र सरकार का आभार जताते हुए सीएम ने कहा कि अतिवृष्टि के बाद से ही केंद्र सरकार द्वारा चिनूक व एमआई हैलीकॉप्टर सहित हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई गई। इसके अलावा केदारघाटी में आई अतिवृष्टि के बाद राज्य सरकार द्वारा भी हर तरह से राहत एवं बचाव कार्यों के लिए जिला प्रशासन को तत्परता से सर्च व रेस्क्यू ऑपरेशन करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने जनपद प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा सहित स्थानीय विधायक, जनप्रतिनिधियों एवं सभी विभागीय अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि आपदा के बाद सामान्य जनजीवन के लिए सभी को आगे आकर सामूहिक योगदान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम की यात्रा को पुनः संचालित करने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। केदारनाथ धाम की यात्रा बुधवार से हैली के माध्यम से पुनः संचालित हो जाएगी। हेली सेवा के माध्यम से केदारनाथ दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं को किराए में 25 प्रतिशत छूट दी जाएगी जिसका वहन राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा।
रेस्क्यू अभियान पूरा, दोबारा पैदल यात्रा जल्द शुरू करना प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने रामपुर जीएमवीएन में स्थानीय लोगों से संवाद आयोजित किया। इस दौरान कठिन परिस्थितियों में प्रशासन और सरकार के साथ सहयोग करने वाले लोगों का उन्होंने धन्यवाद दिया। चौमासी प्रधान मुलायम सिंह सहित रुद्रप्रयाग प्रधान संगठन के अध्यक्ष सुभाष रावत, केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, गौरीकुंड के व्यापारी दीर्घायु गोस्वामी, व्यापार संघ अध्यक्ष सोनप्रयाग अंकित गैरोला, शेरसी के सामाजिक कार्यकर्ता धर्मेश नौटियाल सहित राहत कार्यों में सहयोग देने वाले अन्य लोगों का विशेष धन्यवाद दिया। इस मौके पर उन्होंने प्रभावितों की सारी समस्याओं का समाधान करने का भरोसा दिया। इस बीच उन्होंने पत्रकारों से भी बातचीत की जिसमें कहा कि भारी बारिश से 29 स्थानों पर भू-स्खलन की चपेट में आने से पैदल एवं सड़क मार्ग कटा हुआ है। इसके जबकि पेयजल व विद्युत की लाइनों सहित बड़ी मात्रा में सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा। कुछ स्थानों पर दूरसंचार की सेवाएं भी बाधित हुई हैं। उन्होंने बताया कि अतिवृष्टि की घटना के बाद से ही जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन तथा एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित अन्य संस्थाओं एवं जनप्रतिनिधियों, पंडा समाज, तीर्थ पुरोहित, धार्मिक व सामाजिक सरोकारों से जुड़े संगठनों ने मिलकर इस आपदा में पूरे मनोयोग से अभिनव प्रयास करते हुए इस रेस्क्यू अभियान में फंसे हुए श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का कार्य किया है। उन्होंने यात्रा शुरू करने के लिए किए जाने वाले कार्यों में भी स्थानीय लोगों के सुझाव एव सहायता लेने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए।
आपदा प्रभावित केदारघाटी पहुंचकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया दौरा
इस मौके पर पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव लोक निर्माण विभाग पंकज पांडेय, सचिव आपदा विनोद सुमन, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय, जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग अमरदेई शाह, विधायक रुद्रप्रयाग भरत चौधरी, राज्यमंत्री चंडी प्रसाद भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष महिला मोर्चा भाजपा आशा नौटियाल, भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा अशोक भदाणे सहित कई अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
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