उत्तराखंड

पूरे देश में उत्तराखंड की महिला सबसे अधिक मेहनती: राज्यपाल

महामहिम का रुद्रप्रयाग दौरा

राज्यपाल ने की रुद्रप्रयाग की महिलाओं की जमकर तारीफ

रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि पूरे देश में महिला सबसे शक्तिशाली है किंतु उत्तराखंड की महिला शक्तिशाली के साथ ही मेहनती है। उन्होंने साबित किया है कि हम किसी से पीछे नहीं है। ऐसा देखकर अत्यधिक खुशी हो रही है।


रुद्रप्रयाग के गुलाबराय मैदान में प्रेस ब्रीफिंग के दौरान राज्यपाल ने कहा कि स्वयं सहायता समूह में जिस तरह महिलाएं काम कर रही है वह काबिलेतारीफ है। विशेषकर रुद्रप्रयाग में महिला अनेक समूह से जुड़कर जो ऐतिहासिक कार्य कर रही है उसे बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के लिए सरकार से वार्ता की जाएगी। पहाड़ की महिला अपने आप में योग्यता और दक्षता से परिपूर्ण है। कहा कि रुद्रप्रयाग की महिलाएं अपने आप में अलग है। वह स्वयं सहायता समूह द्वारा बेहतर कार्य कर रही है।

राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश में जो सबसे बड़ा बदलाव हुआ है उसमें माइक्रो फाइनेंस स्कीम, डारेक्ट बैंक, स्वयं सहायता समूह का हुआ है। कहा कि जब मैने स्वयं सहायता से जुड़ी महिलाओं से पूछा कि आप महीने में कितना का बिजनेस करती हैं, तो महिलाएं के 10 से 15 हजार प्रति माह कहने पर काफी कष्ट हुआ और मैं, अपने आपस से सवाल करता हूं कि उन्हें 50 हजार से 1 लाख महीने कमाना चाहिए। इसके लिए हम सरकार से वार्ता करेंगे। उनमें यह काबलियत है कि उन्हें मेहनत का पूरा लाभ मिलना चाहिए। उत्तराखंड की लीडरशिप के लिए यह एक बड़ी चुनौती है कि किस प्रकार हम उत्तराखंड के लोकल प्रोडेक्ट का स्टोरेज, मार्किट, विक्रेता की बेहतर व्यवस्था करे। उन्होंने स्वयं सहायता समूह की एक महिला द्वारा डिजिटल ऑनलाइन विजनेस करने पर खुशी जताई।

ब्रीफिंग में बोले महामहिम पूरे परिवार से मिलने का मिला मौका

उन्होंने सभी को शुभकामनाएं दी। साथ ही कहा कि महिलाओं के आर्थिक स्तर को और मजबूत बनाने के लिए सरकार से बातचीत की जाएगी। महामहिम ने केदारनाथ यात्रा पर खुशी जताई। कहा कि अब तक केदारनाथ में 13 लाख यात्री पहुंच गए हैं। कहा कि कपाट बंद होने तक 15 लाख यात्री आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व से चारधाम में अब तक 39 लाख यात्री देवभूमि में आए हैं। यह प्रभु का आशीर्वाद है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा करने का हमारे पास एक अवसर है। कहा कि हमारे पास यह भी अवसर है कि स्वयं सहायता समूह की मदद से जो प्राडेक्ट हम बना रहे हैं उन्हें अधिक से अधिक तीर्थयात्रियों तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि रुद्रप्रयाग में जो सामान बन रहा है, वह पूरे विश्व में जाना चाहिए। प्रोडेक्ट की क्वालिटी अधिक बेहतर है। हम सभी जोर करेंगे कि पैंकिंग, यातायात, स्टोरेज के लिए सकारात्मक प्रयास करेंगे। ताकि महिलाओं की मेहनत रंग लाए। उन्होंने अंत में नवरात्र और दशहरे की शुभकानाएं दी।

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