उत्तराखंड

सोनप्रयाग में आखिर व्यापारी क्यों बिफरे, पढ़िए पूरी खबर

व्यापारियों का आक्रोश

यात्रा के प्रमुख स्थान सोनप्रयाग में व्यापारियों ने किया बाजार बंद

रुद्रप्रयाग। यात्रियों को पंजीकरण व्यवस्था पर परेशान करने सहित अनेक मांगों को लेकर केदारनाथ यात्रा के प्रमुख पड़ाव सोनप्रयाग में व्यापार संघ ने शासन-प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए बाजार बंद किया। इस दौरान उन्होंने धरना दिया जबकि प्रशासन, पुलिस से वार्ता के बाद लिखित आश्वासन पर व्यापारी शांत हुए और दोपहर 12 बजे बाजार खोला गया


पंजीकरण व्यवस्था के नाम पर यात्रियों को परेशान करने का लगाया आरोप
गुरुवार को सोनप्रयाग में व्यापार संघ अध्यक्ष सोनप्रयाग अंकित गैरोला के नेतृत्व में सभी व्यापारियों ने सुबह 4 बजे बाजार बंद कर दिया। दुकानें बंद होने के कारण यहां तीर्थयात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। चाय, खाने पीने की जरूरतों के लिए यात्रियों को दिनभर परेशान होना पड़ा। इस मौके व्यापारियों ने कहा कि पंजीकरण की परेशनी से यात्रियों की बुकिंग कैंसिल हो रही है। यात्रा में शासन-प्रशासन की भारी अव्यवस्थाएं है। यात्री रुद्रप्रयाग जिले में आकर वापस हो रहे हैं। पंजीकरण के नाम पर यात्रियों को बेवजह परेशान करना बंद किया जाए। कहा कि इस अव्यवस्था के कारण यात्रियों की लाखों की बुकिंग कैंसिल हो रही है। यात्रियों को केदारनाथ में बुकिंग होने के बावजूद बदरीनाथ भेजा जा रहा है। सोनप्रयाग मुख्य बाजार में बैरेकेडिंग लगाई गई है जिसका कोई औचित्य नहीं है। इससे स्थानीय लोगों के साथ ही व्यापारी एवं तीर्थयात्रियों को भारी दिक्कतें हो रही है। 3 किमी लम्बी लाइन लगाकर यात्रियों को परेशान किया जा रहा है। यात्री को पता ही नहीं है कि उसे किस तरह से यात्रा करनी है।


सोनप्रयाग में बैरिकेडिंग और पार्किंग में अनाधिकृत विस्तर लगाने का किया विरोध
व्यापारियों ने कहा कि सोनप्रयाग बाजार में संचालित मल्टीस्टोरेज पार्किंग को जिला पंचायत द्वारा वाहनों के पार्क करने के लिए ठेकेदार के साथ अनुबंध किया गया था, जहां वाहनों को पार्क होना था किंतु यहां बड़ी मात्रा में बैड लगाकर यात्रियों को सुलाया जा रहा है जिससे व्यापारियों के कारोबार पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। बिना टेंडरिंग प्रक्रिया के पार्किंग के अंदर बैड लगाकर लोगों को सुलाना पूरी तरह गलत है। साथ ही यहां अवैध तरीके से दुकानें संचालित हो रही है। व्यापार संघ अध्यक्ष अंकित गैरोला ने कहा कि बीते दिन एसडीएम ऊखीमठ से वार्ता की थी और सात घंटे का अल्टीमेटम दिया था किंतु अल्टीमेटम के बाद भी मांगों पर कार्रवाई न होने से व्यापारियों को मजबूरन बाजार बंद करना पड़ा। इसके अलावा त्रियुगीनारायण के लिए सोनप्रयाग से दो वाहन लगाने की भी मांग की गई। वहीं व्यापारियों के विरोध के बाद एसडीएम ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा पुलिस फोर्स के साथ व्यापारियों से वार्ता करने गए। करीब एक घंटे की वार्ता के बाद प्रशासन के लिखित आश्वासन के बाद व्यापारी शांत हुए। दोपहर करीब 12 बजे बाजार खोला गया। एसडीएम ने कहा कि व्यापारियों की सभी मांगों पर समझौता हो गया है और व्यापारी मान गए है। इस मौके पर त्रियुगीनारायण की प्रधान प्रियंका तिवारी, सामाजिक कार्यकर्ता दिवाकर गैरोला सहित बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद थे।

व्यापार मंडल ने भी दिया समर्थन-
सोनप्रयाग में व्यापारियों की मांगों का जिला उद्योग व्यापार मंडल ने भी समर्थन दिया है। जिला उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष अंकुर खन्ना ने कहा कि सरकार, शासन-प्रशासन को पंजीकरण की अनिवार्यता को समाप्त कर देना चाहिए। दो साल कोरोना महामारी के कारण केदारघाटी के व्यापारियों का व्यवसाय चौपट रहा है और इस बार पंजीकरण की अनिवार्यता होने से सीमित संख्या में ही तीर्थयात्री धाम पहुंच रहे हैं, जिस कारण केदारघाटी के व्यापारियों में निराशा है। उन्होंने कहा कि व्यापार संघ सोनप्रयाग को उद्योग व्यापार मंडल का पूरा सहयोग है।

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