उत्तराखंड

यहां क्यों नहीं डालें लोगों ने वोट, क्या थी नाराजगी

बहिष्कार

जग्गी बगवान और चिलौंड के नाराज मतदाताओं ने नहीं डाले वोट
केदारनाथ विधान सभा के दूरस्थ क्षेत्र जग्गी बगवान और चिलौंड गांव में सड़क न बनने से नाराज मतदाताओं ने वोट नहीं डाले। जिलाधिकारी द्वारा एडीएम और सीडीओ को संबंधित गांवों में ग्रामीणों को मनाने के लिए भेजा गया किंतु ग्रामीण एक न माने। हालांकि चिलौंड पोलिंग बूथ एक मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति ने मतदान करने की सूचना मिली है।
दोनों गांवों में सड़क न पहुंचने से है ग्रामीणों में बड़ी नाराजगी
ऊखीमठ ब्लॉक के कालमीठ घाटी के जग्गी बगवान के ग्रामीणों ने मोटर मार्ग न बनने से नाराज होकर पहले ही मतदान न करने की चेतावनी दी थी। लोकतंत्र महापर्व पर विधानसभा चुनाव में सामूहिक रूप से वोट न देने का निर्णय लिया। जग्गी बगवान के प्रधान प्रदीप राणा ने बताया  कि निर्माणाधीन कालीमठ से जग्गी बगवान मोटरमार्ग स्वीकृति के 5 साल बाद भी महज 3 किमी प्रथम चरण का काम ही पूरा कर पाई है, जबकि साढे 4 किमी का निर्माण कार्य अभी भी शेष है। कई बार शासन-प्रशासन के साथ ही विभागीय अफसरों से गुहार लगाई गई कितु कोई सुनवाई नहीं हुई। आलम यह है कि आज भी मोटर मार्ग का काम लटका है। गांव की गर्भवती महिलाओं, विकलांग एवं बुजुर्ग व्यक्तियों को 4 किमी पैदल चलकर को मजबूर होना पड़ रहा है। गांव में 376 मतदाता पंजीकृत है। यहां किसी भी मतदाता ने वोटिंग नहीं की। जबकि प्रशासन की ओर एडीएम दीपेन्द्र नेगी ने ग्रामीणों को समझाने का पूरा प्रयास किया है किंतु वह एक न माने। पोलिंग बूथ पर सन्नाटा पसरा रहा। वहीं दूसरी ओर इसी घाटी के चिलौंड गांव में भी ग्रामीणों ने सड़क सुविधा न मिलने से नाराजगी जताते हुए मतदान नहीं किया। यहां महज एक व्यक्ति द्वारा मतदान करने की सूचना है। प्रधान सरिता देवी ने बताया कि गांव के लिए वर्ष 2006 में तीन किमी मोटरमारर्ग की स्वीकृति मिली थी, किंतु अभी तक महज बीस मीटर मार्ग की कटिंग का कार्य हो सका है। लंबे समय बाद गांव को यातायात सुविधा का लाभ न मिलने से ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से मतदान का बहिष्कार किया। बताया कि चिलौंड में कुल 330 मतदाता पंजीकृत है। यहां एक ही मतदाता द्वारा मताधिकार का प्रयोग किया गया। इस बूथ पर भी दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। प्रशासन की ओर से सीडीओ नरेश कुमार ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया किंतु सफलता नहीं मिल सकी। इधर, जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि जग्गी बगवान में मतदान नहीं हो पाया। जबकि चिलौंड में एक मतदाता द्वारा मताधिकार का प्रयोग किया गया।
एडीएम और सीडीओ के गांव में जाकर मनाने के बाद भी नहीं माने ग्रामीण

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