उत्तराखंड

देवभूमि में आने वाले यात्री का करें अतिथि देवो भव: से स्वागत: डीएम

केदारनाथ यात्रा तैयारी

केदारनाथ यात्रा को लेकर प्रशासन की तैयारियों ने पकड़ा जोर

रुद्रप्रयाग। आगामी केदारनाथ यात्रा को लेकर जिला अधिकारी मनुज गोयल की अध्यक्षता में राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज गुप्तकाशी में तीर्थ पुरोहितों के साथ यात्रा तैयारियों और व्यवस्थाओं को लेकर बैठक हुई। इस दौरान सभी से यात्रा को बेहतर से बेहतर बनाने में सहयोग की अपेक्षा की गई।
केदारनाथ यात्रा के सफल संचालन के लिए यातायात, स्वास्थ्य, पेयजल, स्वच्छता, विद्युत, आवास आदि व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की गई। तीर्थ पुरोहितों की समस्या सुनते हुए उनके सुझाव भी लिए गए। तीर्थुपरोहितों ने यात्रा के दौरान लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए उचित पार्किंग व्यवस्था, यात्रा मार्ग में पेयजल एवं शौचालय, विद्युत विभाग द्वारा ओवर बिल देने, पेयजल की उचित व्यवस्था करने की मांग की गई।

यात्रा के बेहतर संचालन के लिए जताई सभी से सहयोग की उम्मीद

बैठक में जिलाधिकारी मनुज गोयल ने कहा कि श्री केदारनाथ यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित किए जाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से इसमें पूर्ण व्यवस्था की जा रही है। धाम आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो इसके लिए सभी के सहयोग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यात्रा के सफल संचालन हेतु तीर्थ यात्रियों के श्री केदारनाथ के दर्शन के लिए अनावश्यक भीड़ न हो इसके लिए टोकन सिस्टम की व्यवस्था किए जाने का निर्णय लिया गया है। जिससे कि मंदिर परिसर में अनावश्यक भीड़ न लगने पाए। जिसमें सभी का सहयोग आवश्यक है।उन्होंने सभी तीर्थ पुरोहितों से प्रशासन का सहयोग करने का अनुरोध किया। कहा कि श्री केदारनाथ धाम की यात्रा पर आने वाले यात्री देवतुल्य है। इसलिए उनके साथ अतिथि देवो भवः का व्यवहार किया जाए। ताकि उन्हें सुखद अनुभूति का अहसास हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा के दौरान उपयोग होने वाली पानी पीने एवं पेय पदार्थो के लिए प्लास्टिक की बोतलों का जिला प्रशासन द्वारा प्लास्टिक की बोतलों के उचित निस्तारण का निर्णय लिया गया है। इसमें सभी दुकानदारों से सहयोग की अपेक्षा की गई है। सभी प्लास्टिक बोतलों पर दुकानदारों द्वारा टैग लगाया जाएगा, साथ ही यात्रियों से पानी की बोतल के निर्धारित रेट से अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा ताकि पानी के उपयोग करने के बाद बोतल को वापस लेने के लिए जिला प्रशासन द्वारा इसके लिए उचित व्यवस्था करते हुए ऑफिस खोला जाएगा ताकि तीर्थ यात्रियों द्वारा दिए गए अतिरिक्त शुल्क को उन्हें वापस किया जाएगा। रास्तें में भी कोई अनावश्यक प्लास्टिक बोतलों को न फेंक सके। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई व्यक्ति बोतल में लगे टैग सहित बोतल वापस करता है तो उतनी ही धनराशि उन्हें उपलब्ध कराई जाएगी। कहा कि यात्रा मार्ग में जाम की समस्या को दूर करने के लिए जगह-जगह पार्किंग व्यवस्था की जाएगी। क्षेत्रीय जनता से भी आग्रह किया है कि जिन लोगों के पास अपनी निजी भूमि उपलब्ध है वह अपनी निजी भूमि में पार्किंग स्थल बना सकते हैं। ताकि जाम के साथ ही लोगों को रोजगार मिल सके।

डीएम की तीर्थपुरोहितों के साथ हुई बैठक

यात्रा मार्ग में पेयजल व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए अधिशासी अभियंता जल संस्थान को निर्देश दिए हैं कि विभिन्न स्थानों में पेयजल की उचित व्यवस्था की जाए। होटल व्यवसायियों से उनकी मांग के अनुसार उन्हें पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराए जाएं। यात्रियों की सुविधा के लिए 70 स्थानों को चिन्हित करते हुए शौचालय की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही केदारपुरी में भी उचित शौचालय की व्यवस्था की जाएगी। बैठक में केदारनाथ क्षेत्र की विधायक श्रीमती शैलारानी रावत ने कहा कि केदारनाथ यात्रा को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए सभी को इसमें अपनी पूर्ण भागीदारी देनी है। जिला प्रशासन का सभी को सहयोग करना जरूरी है ताकि यात्रा को ठीक ढंग से संचालित किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि इस यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की भारी संख्या में आने की संभावना है जिसके लिए सभी को उचित व्यवस्था करते हुए आने वाले श्रद्धालुओं के साथ अतिथि देवो भवः का व्यवहार करना है। उन्होंने जिला प्रशासन से भी अपेक्षा की है कि यात्रा के दौरान जो भी व्यवस्थाएं की जानी हैं वह समय से सुनिश्चित करा लें तथा स्थानीय लोगों को इसमें वरीयता दी जाए ताकि वह अपना रोजगार ठीक ढंग से संचालित कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े खच्चरों के संचालकों/मालिकों के साथ एक आवश्यक कार्यशाला भी आयोजित की जाए।

बैठक में यह लोग थे मौजूद-

इस मौके पर केदारनाथ शैलारानी रावत, जिला अध्यक्ष भाजपा दिनेश उनियाल, पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, केदार सभा अध्यक्ष विनोद शुक्ला, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेंद्र सिंह, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा, अधिशासी अभियंता विद्युत डीएस चौधरी, जल-संस्थान संजय सिंह, पुलिस उपाधीक्षक विमल रावत, जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार, अध्यक्ष प्रधान संगठन सुभाष रावत, विष्णुकांत शुक्ला, विपिन सेमवाल, बृजेश शुक्ला, भगवती प्रसाद तिवारी, किशन बगवाड़ी, गौरी पटवाल, किरन शुक्ला, देवी प्रसाद, अनसूया प्रसाद तिवारी आदि मौजूद थे।
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