उत्तराखंड

राइंका भीरी का नाम बदला तो होगा जोरदार विरोध

विरोध

ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को भेजा विद्यालय का नाम यथावत रखने के लिए ज्ञापन
रुद्रप्रयाग। ऊखीमठ ब्लाक के राइंका भीरी का नाम शहीद मुरलीधर सेमवाल के नाम पर रखने पर क्षेत्रीय ग्रामीणों ने आपत्ति दर्ज की है। नाराज ग्रामीणों ने सरकार से विद्यालय का नाम यथावत राइंका भीरी ही रखे जाने की मांग की है। कहा कि यदि विद्यालय का नामकरण होता है, तो ग्रामीणों को धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पडेगा। इस मामले में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री और केदारनाथ विधायक को ज्ञापन प्रेषित कर कार्रवाई की मांग की।

केदारनाथ विधायक को भी दिया ज्ञापन, कार्रवाई की मांग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को को दिए ज्ञापन में भीरी के प्रधान हरिकृष्ण गोस्वामी, पीटीए अध्यक्ष दिगम्बर भंडारी, संरपंच गौरीदत्त मिश्रा के साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि बीते बैशाखी पर्व पर बधाणीताल पर्यटन मेले में सीएम द्वारा राइंका भीरी का नाम शहीद मुरलीधर सेमवाल के नाम पर रखने की घोषणा की गई थी। ग्रामीणों का कहना है कि शहीद का पैतृक गांव टेमरिया है। टेमरिया गांव में शहीद स्मृति बनाए जाए। वहीं ग्राम पंचायत की बैठक में सर्वसम्मति से ग्रामीणों ने विद्यालय के नाम परिवर्तन होने पर आपत्ति जताई है। राइंका भीरी के नाम में कोई भी परिर्वतन न किया जाए। विद्यालय का नाम यथावत राइंका भीरी ही रहने दिया जाए। ग्रामीणों ने कहा कि भविष्य इस प्रकार का कोई भी प्रस्ताव आता है, तो उस पर कोई विचार न किया जाए। विद्यालय के नाम में किसी तरह का परिवर्तन किया जाए। और ना ही किसी व्यक्ति विशेष के नाम पर रखा जाए। कहा कि ग्रामीणों के विरोध के बावजूद भी विद्यालय का नाम परिवर्तन किया जाता है, तो ग्रामीणों को धरना प्रदर्शन व भूखहड़ताल के लिए बाध्य होना पडेगा। कहा कि ग्रामीणों के लम्बे संघर्षों के बाद विद्यालय स्थापित हुआ है। ग्रामीणों ने केदारनाथ विधायक को भी ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में प्रधान हरिकृष्ण गोस्वामी, पीटीए अध्यक्ष दिगम्बर भंडारी, संरपंच गौरीदत्त मिश्रा, रविन्द्र सिंह, सुरजीत सिंह, संदीप सिंह, सतेश्वरी देवी, महेन्द्र मिश्रा समेत कई ग्रामीणों के हस्ताक्षर है।
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