वैशाख संक्रांति पर होगा मदमहेश्वर और तुंगनाथ के कपाट खुलने की दिन घोषित
वर्षो पुरानी परम्परा
भगवान मदमहेश्वर पुष्प रथ पर विराजमान होकर देंगे भक्तों को दर्शन
रुद्रप्रयाग। आने वाली 14 अप्रैल को वैशाखी संक्रांति के पावन पर्व पर द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट खुलने का दिन घोषित किया जाएगा। ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में द्वितीय केदार मदमहेश्वर एवं मक्कूमठ में तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ मंदिर के कपाट खोलने की तिथि तय की जाएगी। ऊखीमठ में भगवान मदमहेश्वर के पुष्प रथ पर सवार होने का दृश्य भी भक्तों को देखने का अवसर मिलेगा।
वर्षों पुरानी परम्परा के अनुसार वैशाखी संक्रांति के दिन ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में मदमहेश्वर एवं मार्कण्डेय मन्दिर मक्कूमठ में तुंगनाथ मन्दिर के कपाट खुलने की तिथि तय की जाती है। इस दिन केदारनाथ रावल अधिकारियों, पुजारीगणों, हकहकूकधारियों और भक्तों की मौजूदगी में पंचांग गणना के आधार पर दिन तय किया जाता है। वहीं भगवान मदमहेश्वर के पुष्परथ के लिए बुरांश और जौ की हरियाली माला को बनाने का कार्य शुरू हो गया है। ओंकारेश्वर मंदिर और मार्कण्डेय मन्दिर में प्रातः आठ बजे से कपाट खोलने का दिन व तय करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके साथ ही दोपहर बाद ओंकारेश्वर मंदिर में भगवान मदमहेश्वर की भोगमूर्ति को गर्भगृह से बाहर लाकर फूल मालाओं से सुसज्जित पुष्परथ में विराजमान किया जाएगा। जिसके बाद मंदिर की परिक्रमा के पश्चात भगवान को पुनः गर्भगृह में विराजमान किया जाता है। इस दौरान भगवान के दर्शनों को पहुंचे भक्त सुख एवं समृद्धि की कामना करते हैं। मंदिर समिति के प्रभारी कार्याधिकारी रमेश चन्द्र तिवारी ने बताया कि मदमहेश्वर व तुंगनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि 14 अप्रैल को तय की जाएगी जिसके लिए मंदिर समिति ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
——-