
देश के अनेक कोनों से आए संत महात्मा और विद्धान
रुद्रप्रयाग। मुख्यालय स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर (गुफा) में करीब एक दशक बाद भब्य रामार्चन का आयोजन किया गया। इस मौके पर प्रधान पूजन भगवान राम और सीता का किया गया जबकि ब्रह्मा सहित सभी देवी-देवताओं का पूजन किया गया। 6 अगस्त को भंडारे के साथ धार्मिक अनुष्ठान का समापन किया जाएगा।
अयोध्या, वृंदावन और मध्यप्रदेश से आए संत महात्मा
मुख्यालय स्थित हनुमान मंदिर में मंदिर के मुख्य महंत एवं अन्य महात्माओं के सहयोग से रामार्चन का आयोजन किया गया। इसमें मध्यप्रदेश, वृंदावन, अयोध्या, काशी, यूपी, उत्तराखंड आदि अनेक स्थानों से विद्धान संतों ने प्रतिभाग किया। प्रभु हनुमान मंदिर परिसर में गुलाब, गेंदे के रंग-विरंगे फूलों से भव्य मंडप बनाया गया जिसमें ब्रह्मा, नवगृह, लोकपाल, हरियाली देवी सहित सभी देवी-देवताओं का पूजन किया गया। प्रमुख रूप से प्रभु राम और सीता का प्रधान पूजन किया गया। करीब चार चरणों में की जाने वाली पूजा के साथ ही शुक्रवार को रामायण पाठ और 6 अगस्त को प्रसाद वितरण के साथ अनुष्ठान का समापन होगा।
पूजन के साथ ही रामायण पाठ और भंडारे के साथ होगा 6 अगस्त को समापन
करीब 12 साल बाद हो रहे इस आयोजन को लेकर सुबह से ही मंदिर में संत एवं स्थानीय भक्तों में उत्साह का माहौल देखा गया। इस मौके पर मंदिर के महंत उपमन्युदास, कोटेश्वर महंत शिवानंद गिरी, बालदास जी, मुख्य वाचक राममनोहर दास, व्यवस्थापक राधाराम दास जी, सुतीक्षण दास, सभासद सुरेंद्र रावत, एसपी कपरवान, जितार सिंह जगवाण सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने भी इस दिव्य धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होकर पुण्य अर्जित किए।
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