महाशिवरात्रि में होगा मंदिर में विशेष आयोजन
भगवान शिव के पवित्र और महत्वपूर्ण पर्व महाशिवरात्रि को लेकर हालांकि सभी शिव मंदिरों में व्यापक स्तर पर धार्मिक अनुष्ठान, पूजा अर्चना और जलाभिषेक होगा किंतु ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में इस शुभ अवसर पर विशेष और आकर्षक आयोजन होगा। इन दिनों बदरी-केदार मंदिर समिति इसकी तैयारियों में जुटी है। पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ को गेंदे के रंग-बिरंगे फूलों से सजाया जा रहा है।
महाशिवरात्रि के पर्व पर एक ओर जहां भगवान आशुतोष की पूजा अर्चना को लेकर भक्तों में अपार उत्साह रहेगा वहीं बेल पत्र और गंगा जल के साथ भगवान के जलाभिषेक को लेकर बड़ी संख्या में भक्त शिव मंदिरों में उमड़गे। ओंकारेश्वर ऊखीमठ, काशी विश्वनाथ गुप्तकाशी और रुद्रप्रयाग के कोटेश्वर महादेव में विशेष तैयारियां हो रही है। एक ओर शिव के पर्व को लेकर भक्तजन भगवान की भक्ति में लीन होते हैं वहीं इसी पर्व पर ऊखीमठ में ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने का दिन भी तय किया जाएगा।
इस विशेष आयोजन को लेकर भी क्षेत्रीय लोगों के साथ ही शिव भक्तों में खुशी का माहौल है। ऊखीमठ स्थित पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विधि-विधान और पंचांग गणना के अनुसार बाबा केदार के ग्रीष्मकाल के लिए कपाट खुलने का दिन भी घोषित होगा। जबकि इसी दिन भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली के केदारनाथ धाम रवाना होने की तिथि और पूरे पैदल कार्यक्रम की घोषणा होगी। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर मंदिर समिति के नव नियुक्त अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया है कि इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया जा रहा है। मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित करने के लिए सुबह 9:30 बजे से कार्यक्रम शुरू होगा। इस मौके पर बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, उपाध्यक्ष किशोर पंवार, रावल भीमाशंकर लिंग, मुख्य कार्याधिकारी बीडी. सिंह के अलावा धर्माचार्य, पंचगाई पुरोहित, तीर्थ पुरोहित, हक- हकूकधारी मौजूद रहेंगे।