उत्तराखंड

यूक्रेन में फंसे रुद्रप्रयाग के पांच छात्र

आफत

अगस्त्यमुनि और ऊखीमठ ब्लॉक के रहने वाले हैं सभी युवा कर रहे थे मेडिकल की पढ़ाई
रुस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच उत्तराखंड के कई युवा मुसीबत में फंस गए हैं। पढ़ाई करने गए यूक्रेन में दोनों देशों के आपसी युद्ध में इन युवाओं को मुश्किल दौर में रहने को मजबूर कर दिया है। दोनों ही देश एक दूसरे की सैन्य शक्ति को भारी नुकसान करने का दावा कर रहे हैं। इस सबके बीच वहां रह रहे भारतीयों की स्वदेश वापसी की कोशिशें भी चल रही हैं। किंतु हवाई सेवा बन्द होने से उनकी वापसी में देर हो रही है।
उत्तराखंड के कई छात्र छात्राएं यूक्रेन में फंसे हुए हैं। अधिकांश छात्र छात्राएं वहां मेडिकल की पढ़ाई के लिए गए हैं। रुद्रप्रयाग जनपद के अगस्त्यमुनि ब्लॉक के एक छात्र एवं एक छात्रा और एक होटलियर युवा तथा ऊखीमठ ब्लॉक के भी एक छात्र एवं एक छात्रा के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी मिल रही है। ये सभी वहां मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। अगस्त्यमुनि सीएचसी में तैनात फॉर्मासिस्ट डीएल मिंगवाल के पुत्र अंकित चन्द्रा एवं फलई गांव के पूर्व प्रधान विजय भट्ट की पुत्री अवंतिका भट्ट यूक्रेन की राजधानी कीव में पढ़ाई कर रहे हैं। जब से वहां के हालात बेकाबू हुए हैं। छात्रों के परिजनों की रातों की नींद एवं दिन का चैन उड़ गया है। वे हर दिन वहां के हालातों पर नजर रखे हुए हैं। अभिभावकों ने यूक्रेन के कालेज प्रशासन पर भी हालातों की गम्भीरता को समझने में गलती करने का आरोप भी लगाया। अभिभावकों ने बताया कि वे अपने पाल्यों को 15 दिन पूर्व ही वापस बुला रहे थे। उन्होंने कालेज से ऑनलाइन पढ़ाई कराने का अनुरोध भी किया था। किंतु काजेल प्रशासन नहीं माना और स्थिति सामान्य होने की बात करता रहा। अंकित की माता पूर्व जिपंस सुलोचना देवी ने बताया कि कल राति को ही अंकित से बात हुई थी। कह रहा था कि वहां के हालात और कठिन होते जा रहे है। रात दिन धमाकों की आवाज से शहर थर्रा रहा है। दिनभर सायरन बजता रहता है। एटीएम तथा जनरल स्टोरों में भारी भीड़ लग रही है। उन्हें अपने हॉस्टल में रहने को कहा गया है। तथा सायरन बजते ही बेसमेंट में जाने को कहा गया है। जहां नेटवर्क की भी समस्या हो रही है। बच्चों की सुरक्षा के लिए वे हर दम ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही हाल अवंतिका की मां का भी है। अवंतिका के पिता विजय भट्ट एवं माता सीएचसी अगस्त्यमुनि में हेल्थ कॉर्डिनेटर रचना भट्ट ने बताया कि आज ही सुबह उससे बात हुई थी। सभी छात्रों में घबराहट है तथा वे अपनी सुरक्षा को लेकर परेशान हैं। वहां पर सभी छात्र छात्रायें फिलहाल एक साथ रह रहे हैं। अंकित के पिता ने कहा कि छात्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार यूक्रेन में अभी मेट्रो चल रही हैं, जिसके द्वारा छात्रों को नजदीकी पश्चिमी देशों पोलेण्ड, हंगरी आदि में भिजवाया जा सकता है। जहां से सभी छात्र हवाई सेवा द्वारा स्वदेश वापसी कर सकते हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से यथाशीघ्र छात्रों की घर वापसी हेतु उचित कदम उठाने की मांग की है। राजधानी कीव के एक होटल में काम करने वाले रूद्रप्रयाग के छडूला गांव निवासी धूम सिंह पुत्र केसर सिंह ह भी यहां फंसे हैं।
पुलिस ने जारी किया हेल्पलाइन नम्बर
पुलिस प्रशासन ने हेल्पलाइन नम्बर जारी कर वहां रह रहे छात्रों की पूरी जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है। पुलिस प्रशासन ने बताया कि यदि किसी का कोई परिजन वर्तमान में यूक्रेन में किसी भी कार्य के लिए गया हुआ है तो सम्बन्धित व्यक्ति के सम्बन्ध में पूरी जानकारी डायल 112 अथवा पुलिस कन्ट्रोल कक्ष रुद्रप्रयाग के नम्बर 7579257572 पर उपलब्ध कराई जा सकती है।

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