रुद्रप्रयाग। अगस्त्यमुनि ब्लॉक के कुरझण व चापड़ गांव में ग्रामीणों के आई फ्लू से ग्रसित होने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग ने गांवों में मेडिकल टीम भेजकर आई स्क्रीनिंग कैंप आयोजित किए। कैंप में 91 ग्रामीणों की आई स्क्रीनिंग की गई, जिनमें से 66 में आई फ्लू के लक्षण मिलने पर उन्हें दवा दी गई। साथ ही ग्रामीणों को जागरूक भी किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एचसीएस मर्तोलिया के निर्देशन पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि की चिकित्सा अधिकारी डॉ रासिका के नेतृत्व वाली टीम ने हड़ेतीखाल क्षेत्र के ग्राम चापड़ व चिकित्सा अधिकारी डॉ भवानी पाल के नेतृत्व वाली मेडिकल टीम ने ग्राम कुरझण में आई स्क्रीनिंग कैंप लगाए। चापड़ में आई फ्लू के विषयक 50 ग्रामीणों के नेत्रों की जांच की, जिसमें से 46 में आई फ्लू के लक्षण मिले। जबकि कुरझण में 41 की जांच हुई जिसमें से 20 ग्रामीण आई फ्लू से पीड़ित मिले।
ग्रामीणों की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किया गांव का दौरा
चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि आई फ्लू की चपेट में आए भी सभी ग्रामीणो को आई ड्रॉप व दवा दे दी गई है। डॉक्टरों द्वारा ग्रामीणों को आई फ्लू के बारे में भी जागरूक किया गया। इस दौरान डॉक्टरों ने संक्रमित व्यक्ति को दूरी बनाए रखने एवं चश्मा पहनने की अपील की। इस मौके पर एएनएम बुद्धि बुटोला, फार्मेसिस्ट सुभाष नेगी, सीएचओ शिवानी, आशुतोष, आशा कार्यकत्री संगीता देवी, सरीता देवी, बिक्रम जगवाण, नरेंद्र सिंह रावत आदि मौजूद थे।
जानिए आई फ्लू के बारे में-
आई फ्लू या कंजक्टिवाइटिस आंखों का संक्रमण है, जो बरसात में बैक्टीरिया और वायरस के फैलने के कारण होने वाली एलर्जी की वजह से होता है। इसके साथ ही आंखों का लाल या गुलाबी होना, ज्यादा, आंसू निकलना, आंखों में खुजली होना, आंखों से गाढ़े पानी जैसा चिपचिपा पदार्थ निकलना, आई फ्लू के लक्षण हैं। आई फ्लू से बचाव के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखने, बार-बार हाथ धोने, आंखों का बार-बार न छूने, रुमाल, बिस्तर या तौलिया साझा न करने, संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखने की डॉक्टरों की सलाह है।