12 बजे कर्क लग्न में खोले गए तृतीय केदार के कपाट
रुद्रप्रयाग। पंच केदारो में तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान तुंगनाथ के कपाट वेद मंत्रों के साथ शुक्रवार दोपहर 12 बजे कर्क लग्न में ग्रीष्मकाल के लिए भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। कपाट खुलने के पावन मौके पर बड़ी संख्या में भक्त मौजूद थे। जबकि तुंगनाथ सहित सभी सहायक मन्दिरों को करीब 10 कुन्तल फूलों से सजाया गया। साथ ही विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।
गुरूवार को भगवान की डोली भूतनाथ मन्दिर चोपता में ब्रह्म बेला पर विद्धान आचार्यों ने पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजाएं संपंन कर भगवान तुंगनाथ सहित अनेक देवी देवताओं का आह्वान किया गया। ठीक 8 बजे भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली का भव्य श्रृंगार कर आरती उतारी। भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली ने भूतनाथ मन्दिर चोपता से कैलाश के लिए रवाना हुई। भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश रवाना होने पर भक्तों ने पुष्प, अक्षत्रो से अगुवाई की तथा लाल, पीले वस्त्र अर्पित कर मन्नतें मांगी। भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली ने सुरम्य मखमली बुग्यालों में नृत्य कर 11:30 बजे डोली अपने धाम पहुंची तथा मुख्य मन्दिर की तीन परिक्रमा कर सहायक मन्दिरों में शीश नवाया। ठीक 12 बजे कर्क लगन में भगवान तुंगनाथ के कपाट वेद मंत्रोच्चारण के साथ ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए गए।
कपाट खुलने के बाद मठापति रामप्रसाद मैठाणी व आचार्य लम्बोदर प्रसाद मैठाणी सहित विद्धान आचार्यों ने अनेक पूजाएं संपंन की। कपाट खुलने के पावन अवसर पर धीर सिंह नेगी व सुरेन्द्र असवाल सहित विभिन्न भक्तों द्वारा भगवान तुंगनाथ सहित सहायक मन्दिरों को 10 कुन्तल फूलों से सजाया गया तथा लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ द्वारा नारायण दत्त जुयाल के नेतृत्व में तथा हरियाणा गुडगाँव निवासी विपिन शर्मा के नेतृत्व में विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया! इस मौके पर डोली प्रभारी प्रकाश पुरोहित, प्रबन्धक बलवीर सिंह नेगी, डा0 प्रमोद रावत,प्रधान विजयपाल नेगी, योगेन्द्र नेगी, क्षेत्र पंचायत सदस्य जयवीर सिंह नेगी, अतुल मैठाणी, विजय भारत मैठाणी, विनोद मैठाणी, संजय मैठाणी, प्रकाश मैठाणी, रवीन्द्र मैठाणी, रमेश चन्द्र मैठाणी,जय सिंह चौहान, विजय सिंह चौहान, सन्दीप रावत, चन्द्र मोहन बजवाल,जीतपाल सिंह भण्डारी, रवीन्द्र भटट्, नवदीप नेगी, बुद्धि बल्लम सेमवाल, प्रदीप बजवाल, राजस्व उपनिरीक्षक सतीश भटट् देश – विदेश के सैकड़ों श्रद्धालु व हक, हकूकधारी मौजूद थे।