अब एक हजार नहीं, सौ फीसदी यात्रियों का होगा यात्रा प्वाइंटों पर स्वास्थ्य परीक्षण
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ जाने वाले ऐसे यात्री जो 50 वर्ष से ऊपर की उम्र के हैं, उनके लिए यह काम की खबर है। स्वास्थ्य विभाग अब ऐसे सभी यात्रियों को विभिन्न पड़ावों पर हेल्थ चेकअप में पास होने के बाद ही केदारनाथ जाने की अनुमति देगा। यदि वह स्वास्थ्य कारणों से अनिफट पाए जाते हैं तो उन्हें केदारनाथ जाने से मना कर दिया जाएगा।
अभी तक केदारनाथ यात्रा के लिए स्वास्थ्य की कोई बंदिशें नहीं थी। बावजूद यात्रा मार्ग पर सोनप्रयाग में प्रतिदिन करीब एक हजार यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा था। अनफिट पाए जाने पर भी जो यात्री जबर्दस्ती कर रहे हैं उन्हें शपथ पत्र के आधार पर स्वयं के रिस्क पर केदारनाथ भेजा जा रहा है किंतु अब ऐसा नहीं होगा। बीते दिनों पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा स्वास्थ्य विभाग को दिए निर्देशों के बाद यह व्यवस्था लागू कर दी गई है।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग ने किया काम शुरू
स्वास्थ्य विभाग ने रुद्रप्रयाग पीडब्ल्यूडी के पास, कुंड और सोनप्रयाग में तीन चेकिंग प्वाइंट बनाए हैं। इनमें पहले नर्स सहित 4-4 स्वास्थ्य कर्मी तैनात थे, जिनकी संख्या अब बढ़ा दी जाएगी। सभी प्वाइंट पर सोमवार से सुबह, दोपहर और शाम को स्वास्थ्य परीक्षण शुरू हो गया है। हेल्थ चेकअप में विशेष तौर पर 50 वर्ष से अधिक उम्र के यात्री की पुरानी हिस्ट्री और शारीरिक क्षमता देखी जाएगी। साथ हाइपरटेंशन, ब्ल्ड प्रेशर, शुगर एवं अन्य गंभीर बीमारी पाए जाने पर संबंधित को उच्च हिमालयी क्षेत्र केदारधाम में जाने से रोका जा सकता है। सीएमओ डॉ. बीके शुक्ला ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने 50 साल से ऊपर के हर यात्री का हेल्थ चेकअप करना शुरू कर दिया है। बिना स्वास्थ्य परीक्षण के उन्हें यात्रा पर जाने से रोक दिया जाएगा।
——
अब तक 34 यात्रियों की हो चुकी है मौत
केदारनाथ धाम और पैदल मार्ग में अब तक हृदगति रुकने से 33 यात्रियों की मौत हो गई है जबकि एक यात्री की खाई में गिरने से मौत हुई है। गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान आदि क्षेत्रों में गर्मी अधिक होती है इसलिए वह कम कपड़ें और आधा अधूरी तैयारी से आ रहे हैं। यहां की स्थिति के अनुसार उन्हें अच्छे गर्म कपड़े साथ लेकर आना होगा। पैदल मार्ग में एमआरपी में पर्याप्त ऑक्सीजन की व्यवस्था है साथ ही डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी तैनात हैं।
————–
यात्रियों को सुरक्षित यात्रा कराने के लिए प्रशासन निरंतर प्रयास में जुटा है। यात्रियों के बेहतर स्वास्थ्य, रहने एवं खान-पान की व्यवस्था के साथ स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाया गया है। 16 किमी पैदल मार्ग में एमआरपी में स्वास्थ्य कर्मी और डॉक्टर तैनात हैं। केदारनाथ में भी पर्याप्त मेडिकल सुविधा और डॉक्टर तैनात है।
मयूर दीक्षित, डीएम
—————-