उत्तराखंड

महिला ने गुलदार के साथ खूनी भिंडत में बचाई अपनी और बहु की जान

गुलदार का हमला

रुद्रप्रयाग। जंगल में चारापत्ती के लिए गई फलई गांव की एक महिला को गुरुवार गुलदार ने हमला कर घालय कर दिया। महिला ने बहादुरी के साथ गुलदार के साथ संघर्ष किया और स्वयं के साथ ही अपनी बहु की भी जान बचाई। गुलदार के साथ संघर्ष में दोनों महिलाओं की जान बच गई।

फलई गांव में घास लेने के दौरान किया गुलदार ने महिला पर हमला

जानकारी के अनुसार गुरुवार को हर दिन की तरह फलई गांव की 62 वर्षीय जानकी देवी पत्नी सते सिंह राणा 32 वर्षीय अपनी बहू पूनम पत्नी केशर सिंह राणा के साथ रायड़ी और पावर प्रोजेक्ट के बीच लगे गांव के ही जंगल में चारापत्ती लेने गई। इसी बीच वहां पहले से ही घात लगाए बैठे गुलदार ने महिलाओं पर हमला कर दिया। अचानक हुए हमले से घबराते और भयभीत होते हुए जानकी देवी ने हिम्मत दिखाते हुए गुलदार के साथ संघर्ष किया। वह गुलदार से भिड़ते भिड़ते हुए संघर्ष में लहूलुहान हो गई। जानकी देवी ने दरांती से वार कर गुलदार को भी बुरी तरह से घायल कर दिया, किंतु गुलदार फिर भी कई बार वापस लौटकर हमला करता रहा। जानकारी देवी ने हिम्मत नहीं हारी और बहादुरी के साथ गुलदार को भगाने के प्रयास में रही। इस खूनी संघर्ष में जानकी देवी के सिर पर जगह जगह चोट आई है और बड़ी मात्रा में खून बहा। उन्होंने अपने साथ ही अपनी बहू की भी जान बचाने में सफलता पाई। बाद में शोर शराबा हुआ और फलई गांव के ग्रामीण हरीश गुसांई, पूर्व प्रधान महेंद्र राणा, विजय भट्ट, रिन्यू पावर प्रोजेक्ट के जनसंपर्क अधिकारी पृथ्वीपाल रावत, रघुवीर, हरीश लाल घायल जानकी देवी को सीएचसी अगस्त्यमुनि लाए। जहां अस्पताल के सर्जन वैभव कुमार द्वारा महिला के सिर टांके लगाए गए। उपचार के बाद महिला की स्थिति सामान्य है। इधर, सीएचसी अगस्त्यमुनि के चिकित्साधीक्षक डॉ विशाल सिंह ने बताया कि महिला के सिर पर गंभीर चोटे है, बड़ी मात्रा में खून भी बहा है, ब्रैन इंजरी को देखते हुए सीटी स्कैन के लिए हायर रैफर कर दिया गया है।

ग्रामीणों ने की वन विभाग से गश्त बढ़ाने और गुलदार को पकड़ने की मांग

ग्रामीणों की सूचना पर उत्तरी जखोली रेंज के वनक्षेत्राधिकारी पूर्ण सिंह रावत महिला का हालचाल पूछने सीएचसी पहुंचे। उन्होंने बताया कि हमले की सूचना उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। बताया कि घायल को नियमानुसार उचित मुआवजा दिया जाएगा। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने वनक्षेत्राधिकारी से शीघ्र गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने और उसे आदमखोर घोषित करने की मांग की है। वनक्षेत्राधिकारी ने भरोसा दिलाया कि घायल गुलदार को पकड़ने के लिए क्षेत्र में वन विभाग की गश्त बढाई जाएगी साथ ही ट्रैप कैमरे लगाकर लोकेशन ट्रैस करने की कार्रवाई की जाएगी।
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