उत्तराखंड के नाम पर रखी नई मशरूम प्रजाति का नाम
डा. उपेंद्र सिंह राणा ने एक नई मशरूम प्रजाति की खोज की। उन्होंने इस नई मशरूम प्रजाति का नाम उत्तराखंड के नाम से रखा है। माइसेनेसी परिवार के इस नई मशरूम प्रजाति की बाह्य एवं आंतरिक संरचना और डीएनए अध्धयन करने के बाद इसकी खोज का शोध पत्र प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय जर्नल फंगल डायवर्सिटी में प्रकाशित किया गया।
मशरूम की यह प्रजाति (क्रूएंसोमाइसीना उत्तराखंडिना) समुद्रतल से करीब 1981 मीटर पर स्थित चौरींखाल (पौड़ी गढ़वाल) के जंगल में गिरे हुए बांज की पत्तियों से एकत्रित की गई। इस लाल रंग की मशरूम की लंबाई 16 से 42 मिलीमीटर है। इस मशरूम का स्पेसिमेन सेंट्रल नेशनल हार्बेरियम, हावड़ा (पश्चिम बंगाल) में जमा किया गया है। डा. उपेंद्र राणा वर्तमान में एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग में गेस्ट फैकल्टी के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने अभी तक मशरूम की 12 नई प्रजातियों की खोज की है। डा. उपेंद्र ने प्रो० आरपी भट्ट के निर्देशन में उत्तराखंड की जगली मशरूम की प्रजातियों पर शोध किया है।
उपेंद्र राणा रुद्रप्रयाग जिले के जखोली ब्लॉक के ग्राम उरोली (आमकोटी) लस्या के रहने वाले हैं। उन्होंने प्राथमिक शिक्षा प्रावि विद्यालय गोर्ती लस्या से की जबकि इंटरमीडिएट राइंका रामाश्रम जखोली से पास की।