
भक्तों द्वारा 9 अप्रैल को निकाली जाएगी भब्य जल कलश यात्रा
रुद्रप्रयाग। भरदार क्षेत्र के उफराई देवी मंदिर में 12 वर्षो बाद होने वाले अयुत्त महायज्ञ को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। उफराई देवी मंदिर समिति द्वारा इन दिनों मंदिर में रंगरोगन के साथ ही साफ-सफाई का कार्य जोरों पर चल रहा है। आने वाली दो अप्रैल से शुरू होने वाले धार्मिक अनुष्ठान को लेकर जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों को समिति द्वारा जिम्मेदारियां भी सौंप दी गई है।
दरमोला गांव के उफराई मंदिर प्रांगण में आयोजित में बैठक उफराई देवी मंदिर समिति के अध्यक्ष प्रकाश कप्रवान की अध्यक्षता में हुई। बैठक में भरदार क्षेत्र के दरमोला, जवाडी, रौठिया, स्वीली, सेम, डुंग्री, तरवाडी़, कोटली सहित आठ गांवों ग्रामीणों ने भाग लिया।
वक्ताओं ने कहा कि क्षेत्र की खुशहाली व समृद्धि के लिए उफराई देवी मंदिर में 12 वर्ष बाद अयुत्त महायज्ञ का आयोजन हो रहा है। कहा कि आगामी 28 मार्च को मंदिर माता की मूर्ति स्थापना एवं सकलीकरण का कार्य संपन्न किया जाएगा। जिसके बाद चैत्र नवरात्र के शुभारंभ अवसर दो अप्रैल से क्षेत्र के देव निशानों के गंगा स्नान के साथ उफराई देवी मंदिर में अयुत्त महायज्ञ का विधिवत शुभारंभ किया जाएगा। नौ अप्रैल को जल कलश यात्रा एवं 10 अप्रैल को पूर्णाहुति के साथ कार्यक्रम का समापन किया जाएगा। समिति ने सभी ग्रामीणों से पूर्ण सहयोग की अपेक्षा की गई। बताया कि मंदिर में रंगरोगन समेत साफ सफाई का कार्य लगभग पूरा हो गया है। महायज्ञ के सफल संचालन को लेकर प्रत्येक गांवों के ग्रामीणों को जिम्मेदारियां सौंपी गई है। बैठक में यह भी तय हुआ कि महायज्ञ में एक व्यास के साथ ही 11 आचार्यो की नियुक्ति पर सहमति बनी है। जो उक्त कार्यक्रम को संपन्न कराने में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे। उक्त गांवों के प्रत्येक परिवार से जौ, तिल व घी के साथ ही हवन लकड़ी लाने की अपील की गई है। ग्रामीणों ने जल निगम से पानी एवं ऊर्जा निगम से बिजली नियमित व्यवस्था करने की मांग की है। उफराई देवी मंदिर समिति के उपाध्यक्ष विक्रम सिंह पंवार ने बताया कि भरदार क्षेत्र के ग्राम पंचायत दरमोला में स्थित मां उफराई देवी का मंदिर विराजमान है। जहां प्रत्येक 12 वर्ष में धार्मिक अनुष्ठान महायज्ञ का आयोजन होता है। वर्ष 2011 में यहां पर महायज्ञ का आयोजन हुआ था। इस वर्ष यह दो अप्रैल से यहां पर अयुत्त महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर उफराई देवी मंदिर समिति के अध्यक्ष प्रकाश कप्रवान, उपाध्यक्ष विक्रम पंवार, कोषाध्यक्ष देवराज सिंधवाल, सचिव देव सिंह रावत, सह सचिव नागेन्द्र कप्रवान, संरक्षक जसपाल सिंह पंवार, प्रधान रमेश रावत, संत लाल, प्रकाश डिमरी, दिनेश रावत, राकेश पंवार, विजय प्रकाश, वेदप्रकाश डिमरी, हरेन्द्र डिमरी, पान सिंह पंवार, राकेश रावत, जीत सिंह समेत कई लोग मौजूद थे।