
घटना में मदद को आए ग्रामीणों को भी सम्मानित करेंगे सीएम
पौड़ी। बीती सांय पौडी जनपद में हुई बस दुर्घटना से उत्तराखंड में शोक की लहर है। अधिकांश जगहों पर लोग घटना से आहत और दुखित है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटनास्थल के साथ ही अस्पतालों में भर्ती घायलों का हाल चाल जाना। सीएम ने पौड़ी बस दुर्घटना में सबसे पहले घायलों की मदद में देवदूत बनकर आए ग्रामीणों को भी प्रोत्साहन राशि के साथ सम्मानित करने का फैसला लिया है।
घटनास्थल का दौरा करने के साथ ही अस्पतालों में भी किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने इस सम्बंध में जिलाधिकारी को ऐसे सभी ग्रामीणों को चिन्हित करने के निर्देश दिए, जो सबसे पहले घायलों की मदद को आगे आए। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने दशहरा और अन्य सभी कार्यक्रम रद कर सीधे पौड़ी और उत्तरकाशी में रेस्क्यू कार्य की स्वयं निगरानी करने का निर्णय लिया है।
उत्तराखंड के पौड़ी के सिमडी में मंगलवार देर शाम को हुई बारातियों की बस दुर्घटना में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई। यहां सबसे पहले स्थानीय ग्रामीण मदद को मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने बिना देर किए स्वयं की जान की परवाह न कर घायलों को गहरी खाई से रेस्क्यू किया है। देर रात और सुबह तक कई ग्रामीण पुलिस, एसडीआरएफ की मदद में जुटे रहे। यह बात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तक पहुंची तो उन्होंने ग्रामीणों की मदद पर आभार जताया। साथ ही ऐलान किया कि सरकार घायलों के लिए देवदूत बने ग्रामीणों को भी प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित करेगी। इस सम्बंध में पौड़ी के डीएम को निर्देश दिए गए कि वह मददगार बने ग्रामीणों को चिन्हित कर उनकी सूची बनाएं और उनको उचित प्रोत्साहन राशि के साथ सम्मानित करें। ताकि भविष्य में दूसरे लोग भी आपदा के दौरान जरूरत पड़ने पर मदद को आगे आएं। मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को भी आपदा की इस घड़ी में संवेदनशीलता दिखा कर जिम्मेदारी निभाने के निर्देश दिए हैं।
सीएम ने स्वयं संभाला मोर्चा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पौड़ी बस दुर्घटना और उत्तरकाशी में ग्लेशियर हादसे की मंगलवार से ही स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और उसकी सभी एजेंसियां भारत सरकार की सभी एजेंसियों के साथ चौबीसों घंटे काम कर रही हैं ताकि इन घटनाओं से सीधे तौर पर प्रभावित सभी लोगों को राहत और राहत मुहैया कराई जा सके। रेस्क्यू कार्य की मुख्यमंत्री स्वयं निगरानी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अपने सभी दशहरा कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है और दोनों घटनाओं में घायलों के साथ व्यक्तिगत रूप से बातचीत करने के लिए पौड़ी में दुर्घटना स्थल और उत्तरकाशी में एनआईएम नियंत्रण कक्ष पहुंच गए हैं। जहां बचाव और राहत की प्रगति पर स्थानीय अधिकारियों से पल पल की जानकारी ली जाएगी। दोनों त्रासदी से उभरने को भारत सरकार भी राज्य सरकार की मदद कर रहे हैं।