रुद्रप्रयाग। रात से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश के चलते केदारनाथ एवं मध्यमहेश्वर घाटी में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। रविवार देर रात बारिश से केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग छानी कैम्प में कुछ दुकानें मलबे की चपेट में आई हैं, जिसमें व्यवसायियों ने भागकर अपनी जान बचाई। वहीं मध्यमहेश्वर धाम के मुख्य पड़ाव गोण्डार के निकट वनतोली में मोरकन्ठ नदी उफान पर आने से पैदल पुल बह गया है। जिससे 200 से अधिक श्रद्धालु मध्यमहेश्वर धाम में फंस गए हैं।
लगातार हो रही बारिश से मंदाकिनी एवं अलकनंदा नदी उफान पर है। रुद्रप्रयाग में नदी के जलस्तर बढ़ने से हनुमान मंदिर का निचला हिस्सा जलमग्न हो गया है। यहां रेत के ढेर लगे हैं काफी नुकसान हुआ है जबकि आसपास के स्थानीय लोगों के घरों में भी पानी घुसा है जिससे अफरातफरी का माहौल रहा। रात में ही कई लोगों ने अपने घर खाली किए। प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट किया है ताकि किसी तरह कोई जान माल ना हो सके। वही 9:30 बजे से सिंगोली भटवाड़ी जल विद्युत परियोजना का मुख्य गेट खोला जाएगा। जिससे मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने की पूरी संभावना है। नदी किनारे रहने वाले लोगों को प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन ने अलर्ट किया है और नदी किनारे न जाने की सलाह दी है।