आत्महत्या की खबर से अगस्त्यमुनि नगर में हड़कंप
रुद्रप्रयाग। अगस्त्यमुनि नगर पंचायत में एक कर्मी के आत्महत्या का मामला सामने आते ही नगर में हड़कंप मच गया। पुलिस के मौके पर पहुंचने पर मिले चार पन्नों के सुसाइड नोट में मृतक ने नगर पंचायत के ही तीन लोगों पर उत्पीड़न और दबाव बनाने की बात लिखी है।
आज शुक्रवार सुबह नगर पंचायत अगस्त्यमुनि में टैक्स मोहसिन के पद पर कार्यरत हर्षवर्धन सिंह रावत ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर दी। मौत के बाद मिले सुसाइड नोट में नगर पंचायत अध्यक्ष, अध्यक्ष पति और अधिशासी अधिकारी पर दबाव बना कर आत्महत्या के लिए मजबूर करने की बात सामने आ रही है। घटना की जानकारी तब मिली, जब नगर पंचायत अगस्त्यमुनि का एक सफाई कर्मी कूड़ा कॉम्प्रेसिव मशीन के पास सामान लेने गया तो मशीन से मृतक कर्मचारी का शरीर झूलता हुआ देख चकित हो गया। सफाई कर्मचारी ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस और परिजनों को दी, सूचना के बाद मौके पर पहुचे थानाध्यक्ष अगस्त्यमुनि राजीव कुमार चौहान मौके पर पहुंचे। मृतक के शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा व पीएम की कार्रवाई कर शव परिजनों को सौप दिया गया है। मौके से मिले सुसाइट नोट को परिजनों को पड़वाने के बाद सील कर दिया गया है। अगस्त्यमुनि नगर पंचायत में टैक्स मोहसिन के सविंदा पद पर तैनात हर्षवर्धन सिंह रावत उम्र करीब 35 वर्ष निवासी ग्राम- अजयपुर, चंद्रापुरी क्यूंजा, रुद्रप्रयाग शुक्रवार सुबह अपने कमरे में बच्चों को सोता छोड़ नगर पंचायत आफिस की ओर निकला था, यहां पहुंच कर उसने कूड़ा कॉम्प्रेसिव मशीन पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि कुछ दिन से उक्त कर्मचारी बेहद परेशान था। मृतक अपनी पत्नी, बच्चों के साथ अगस्त्यमुनि में किराए पर रहता था। मृतक अपने पीछे बूढ़े माता-पिता, पांच बहिनों के एकलौते भाई और छः साल की अबोध बच्ची को छोड़ कर गया है जिनका कि घटना के बाद रो रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है। पुलिस द्वारा पंचनामा करते समय परिजनों के समक्ष दिखाएं गए सुसाइड नोट ने कई खुलासा कर दिए है। मृतक द्वारा लिखे गए चार पन्नों के सुसाइड नोट में नगर पंचायत अगस्त्यमुनि में हो रही बड़ी साजिश की ओर भी इशारा किया है। चार पन्नों के सुसाइड नोट में मृतक ने विस्तार से आत्महत्या के कारण लिखे हैं। मृतक द्वारा लिखे सुसाइड नोट में नगर पंचायत अगस्त्यमुनि की अध्यक्ष, अध्यक्ष पति और अधिशासी अधिकारी पर आरोप लगाया है। मानसिक रूप में दबाव में आए मृतक ने पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। उन्हें अपना हितैषी बताते हुए अपने बच्चों की देखभाल करने को भी कहा है। मृतक द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में लगाए गए गंभीर आरोप अब जांच का विषय है। इधर नगर पंचायत अध्यक्ष पति ने कहा कि हमारे मृतक हर्षवर्धन से पारिवारिक संबंध थे। सुसाइड नोट में नाम आने से हम अचम्भित है, उन्होंने पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है।