
मैदानी इलाकों से हाई एल्टीट्यूट में आने से होती है अक्सर दिक्कतें
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम की यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को विशेषज्ञ डॉक्टर लगातार अलर्ट कर रहे हैं कि यात्रा में आने से पहले स्वास्थ्य की जांच जरूर कराएं। साथ ही जो भी टिप्स दिए जाते हैं उन्हें फॉलोकर सुरक्षित यात्रा करते हुए बाबा केदार के दर्शन करें। केदारनाथ में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दे रही सिक्स सिग्मा के डॉक्टरों ने यात्रियों के काम के लिए कई जरूरी टिप्स दिए हैं।
सिक्स सिग्मा की टीम दे रही तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं
केदारनाथ में तैनात सिक्स सिग्मा के निदेशक डॉ. प्रदीप भारद्वारज ने कहा कि यात्रा में बड़ी संख्या में यात्री आ रहे हैं, उन्हें डॉक्टरों के सजेशन पर जरूर अमल करना चाहिए ताकि उनकी यात्रा सुरक्षित हो। सिक्स सिग्मा की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. अनीता भारद्वाज ने बताया कि हाइपोथरमिया के मरीज ज्यादा आ रहे हैं। ठंड और सांस फूलने वाले मरीज भी बढ़ रहे हैं। डॉक्टर जो राय दे रहे हैं उनका पालन करें। सिक्स सिग्मा के सीएमओ डॅा. दीपांशु कौशिक ने बताया कि ऊंचाई पर आने पर कई तरह की दिक्कतें होती है, बस सर्तक रहने की जरूरत है। डॉ. सपना बुड़ाकोटि ने बताया कि अधिक उम्र और बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। डॉ. प्रवेज अहमद ने बताया कि बीमार और अधिक वृद्ध ज्यादा भीड़ भाड़ में यात्रा से परहेज करें।
सावधानी बरतकर यात्रा करें तो नहीं होगी किसी तरह की परेशानी
यात्रियों के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों से सुझाव
-सुबह जितना जल्दी हो अपने गंतव्य से प्रस्थान करें।
-स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही यात्रा करें।
-अति वृद्ध एवं बीमार यात्रा से परहेज करें, बहुत जरूरी है तो पीक समय के कुछ बाद ही यात्रा करें।
-यात्रा के दौरान गर्म कपड़े, स्वेटर, कंबल, बारिश से बचने के लिए बरसाती, टार्च, लाठी अपने साथ जरूर रखें।
-यात्रा के दौरान तला भुना रहित खाना खाने का प्रयास करें।
-हृदय रोग, स्वांस, मधुमेह एवं ऊंचाई वाले स्थानों में होने वाली बीमारियों से सावधानी बरतें।
-केदारनाथ के 16 किमी पैदल मार्ग पर रुक-रुक ही चलें। जगह जगह विश्राम करें, ऐसे में सांस नहीं फूलेगी। यात्रा के दौरान ग्लूकोज, नीबू, नमक व चीनी साथ में अवश्य रखें। थकावट होने पर इनका घोल बनाकर पिएं। रास्ते में मैडिकल रिलीफ पोस्ट हैं, किसी तरह की दिक्कत होने पर स्वास्थ्य जांच कराएं और विश्राम करें।
-अपनी रूटीन की बीमारियों का पर्चा और दवा भी अपने साथ जरूर रखें ताकि जरूरत पड़ने पर यहां डॉक्टर उसी के आधार पर उपचार करें।
-यात्रा में धुम्रपान और मादक पदार्थों का सेवन पूरी तरह वर्जित करें।
-मार्ग में सांस फूलना, बेहोशी व चक्कर आना, सिर दर्द व घबराहट होने, दिल की धड़कन तेज होने, मिचली उल्टी आना, हाथ पांव या होंठ नीले पड़ने पर शीघ्र डॉक्टरों से सम्पर्क करें। साथ ही मार्ग में इमरजेंसी नम्बर 108 या 100 नम्बर पर फोन करें।
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अब तक 6 यात्रियों की हो चुकी मौत-
केदारनाथ यात्रा के दौरान अभी तक 6 यात्रियों की मौत हो गई है। हालांकि इनमें अधिकांश अस्पतालों में मृत आए। ऐसी घटनाएं न हो इसके लिए यात्रियों को लगातार डॉक्टरों द्वारा सुझाव और सावधानी बरतने को कहा जा रहा है, ताकि वह सुरक्षित यात्रा कर सके।