उत्तराखंड

कब होंगे केदारनाथ, मदमहेश्वर और तुंगनाथ के कपाट बंद, जानिए:

धार्मिक परम्परा

केदारनाथ धाम के कपाट 27 अक्तूबर भैया दूज को होंगे बंद

रुद्रप्रयाग। द्वितीय केदार मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ धाम के कपाट बंद करने की तिथि विजयदशमी के मौके पर तय की गई। मद्महेश्वर धाम के कपाट 18 नवम्बर व तुंगनाथ धाम के कपाट 7 नवम्बर को बंद किए जाएंगे। पूर्व परम्परानुसार पंचांग गणना के आधार पर मदमहेश्वर मन्दिर के कपाट बंद करने की तिथि ओंकारेश्वर मन्दिर में और तुंगनाथ मन्दिर के कपाट बन्द करने की तिथि मार्कण्डेय मन्दिर में तय की गई। जबकि केदारनाथ धाम के कपाट 27 अक्तूबर भैया दूज को बंद होंगे।

तुंगनाथ के 7 और मद्महेश्वर के कपाट 18 नवंबर को बंद होंगे

ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मन्दिर में प्रातः साढ़े नौ बजे स्थानीय हकहकूकधारियों की मौजूदगी में दिन तय किया गया। द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट 18 नवम्बर को प्रातः सात बजे शुभलग्नानुसार बंद किए जाएंगे, जिसके बाद डोली रात्रि विश्राम के लिए गोंडार पहुंचेगी। 19 को गोंडार से रांसी, 20 को रांसी से गिरिया एवं 21 को गिरिया से डोली शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में पहुंचेगी। जहां पर भव्य मेले का आयोजन किया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर तुंगनाथ मन्दिर के कपाट 7 नवम्बर को शुभलग्नानुसार बंद किए जाएंगे। इस दिन डोली रात्रि विश्राम के लिए चोपता पहुंचेगी। 8 को डोली चोपता से भुनकुण्ड व 9 को शीतकालीन पूजा स्थल मार्कण्डेय मन्दिर मक्कू में पहुंचेगी। इस मौके पर पुजारी वागेश लिंग, पुजारी शिवलिंग, आचार्य विश्वमोहन जमलोकी, नवीन मैठाणी, मठापति रामप्रसाद मैठाणी, पूर्व प्रमुख लक्ष्मी प्रसाद भट्ट, सर्वेश्वर प्रसाद सेमवाल, अभ्युदय जमलोकी, देवी प्रसाद तिवारी, प्रेम सिंह रावत, नवीन शैव आदि मौजूद थे।

 

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