निर्देशक रंगकर्मी लखपत राणा के निर्देशन में हुआ मंचन
रुद्रप्रयाग। केदारघाटी में स्थित डॉ0 जैक्सवीन नेशनल स्कूल गुप्तकाशी में विश्व रंगमंच दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान छात्रों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। जिसमें रंगकर्मी लखपत सिंह निर्देशन में वीर अभिमन्यु नाटक का शानदार मंचन किया। जो दर्शकों का आकर्षण का केन्द्र रहा।
विद्यालय प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम दीव प्रज्वलित एवं सरस्वती वन्दना के साथ किया गया। अभिमन्यु नाटक कक्षा सातवीं की हिन्दी की पूरक पाठ्य पुस्तक बाल महाभारत कथा से लिया गया था। निर्देशक रंगकर्मी लखपत सिंह ने कहा कि महाभारत युद्ध के 13 वें दिन गुरु द्रोणाचार्य द्वारा चक्रब्यूह की रचना की गई थी। इस दिन के युद्ध में यूँ अनेकों वीरों को वीरगति प्राप्त हुई, लेकिन एक ऐसा योद्धा जो अभी यौवन को भी प्राप्त नहीं हुआ था। युद्ध की विभीषिका की भेंट चढ़ा। मात्र 16 वर्ष की उम्र में असाधारण युद्ध कौशल का परिचय देने वाले इस योद्धा को आज तक बड़े सम्मान के साथ याद किया जाता है। वह महान योद्धा अर्जुन व सुभद्रा के पुत्र वीर अभिमन्यु है। मां के गर्भ में ही युद्ध कला को सीखने वाला इस अद्भुत बालक अकेले ही कौरव दल के बड़े-बड़े महारथियों को धूल चटा दी। कौरव दल ने अकेले निहत्थे वीर अभिमन्यु टूट पडे, और चह वीरगति प्राप्त कर इतिहास में अपना नाम अंकित लिया। कहा कि रंगमंच ही एक ऐसा माध्यम है जिससे बच्चों के अंदर की छुपी हुई प्रतिभा को निखारा जा सकता है। अभिमन्यु की शानदार भूमिका में श्रेष्ठवर्द्धन सिंह राणा, कृष्ण ध्रुव नेगी, युधिष्ठिर प्रियांशु भण्डारी, भीम ओम तिवारी, अर्जुन प्रणय, नकुल दिव्यांशु सेमवाल, सहदेव अवध नारायण, द्रौपदी दिव्या, सुभद्रा साक्षी शाह, कुंती शालिनी नेगी समेत कई छात्रों ने अहम रोल अदा किया। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं, अभिभावक एवं छात्र-छात्राएं मौजूद थे।