मतदान खत्म होने के बाद पोलिंग पार्टियों के अगस्त्यमुनि स्थित स्ट्रांग रूम में देर रात तक पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। देर रात तक मशीनों को पहुंचाने पर पोलिंग पार्टियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
जिले की दोनो विधानसभाओं में मतदान शांतिपूर्वक संपन्न होने के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देशों पर पोलिंग पार्टियां मतदान प्रक्रिया पूरी करने के बाद रात्रि को ही अगस्त्यमुनि स्थित स्ट्रांग रूम में ईबीएम मशीनों व मतदान से संबंधित जरूरी सामग्री को जमा कराने के लिए पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था, जो देर रात्रि तक जारी रहा। सभी 361 पोलिंग पार्टियां सुबह तक सकुशल पहुंच गई थी। इसमें 173 केदारनाथ और 188 रुद्रप्रयाग की पोलिंग पार्टियां शामिल थी। कई मतदान केन्द्रों पर तय समय छह बजे बाद भी मतदान चलता रहा। संपूर्ण निर्वाचन सामग्री को नियमानुसार संकलित और सीलबंद करने में पोलिंग पार्टियों को तीन से चार घंटे का समय लगा, जिस कारण पार्टियों को अगस्त्यमुनि पहुंचने में देर रात हो गई। रात 11 बजे से 3 बजे तक टीमें यहां पहुंचने का सिलसिला बना रहा। दुर्गम पोलिंग बूथों से आने के दौरान पोलिंग पार्टियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस बार मतदान का समय शाम 6 बजे होने के कारण पोलिंग पार्टियों को गंतव्य तक आने में और देरी हो गई। अंधेरा होने के कारण उन्हें रास्तों में परेशानी हुई। केदारनाथ विधानसभा के तलसारी पोलिंग बूथ से लौटते हुए पोलिंग पार्टी को रास्ते में फंसने जैसी नौबत आई। सूचना पर आईटीबीपी और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और पोलिंग पार्टी को सकुशल सड़क तक पहुंचाया। ऐसे ही तोषी, त्रियुगीनारायण और गौंडार की टीमों को भी अंधेरे के कारण दिक्कतें हुई।
वहीं पोलिंग पार्टियों को अगस्त्मयुनि क्रीडा मैदान में ईबीएम मशीन व सामग्री जमा करने के लिए काफी इंतजार करना पड़ा। कर्मचारियों ने अगस्त्यमुनि केन्द्र में ही रात गुजारी। जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया सभी पोलिंग पार्टियां सकुशल पहुंच गई थी। ईवीएम और अन्य सामग्री को सरकारी प्रक्रिया के तहत जमा करने में कुछ वक्त लगा।
वहीं पोलिंग पार्टियों को अगस्त्मयुनि क्रीडा मैदान में ईबीएम मशीन व सामग्री जमा करने के लिए काफी इंतजार करना पड़ा। कर्मचारियों ने अगस्त्यमुनि केन्द्र में ही रात गुजारी। जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया सभी पोलिंग पार्टियां सकुशल पहुंच गई थी। ईवीएम और अन्य सामग्री को सरकारी प्रक्रिया के तहत जमा करने में कुछ वक्त लगा।