रुद्रप्रयाग। जवाड़ी बाईपास क्षेत्र को नगर पालिका में सम्मिलित करने का जवाड़ी एवं दरमोला के ग्रामीणों ने कड़ा विरोध किया। ग्रामीणों ने बैठक कर शीघ्र इस फैसले को वापस लेने की मांग की। इस बाबत उन्होंने जिलाधिकारी को भी ज्ञापन दिया है। बैठक के बाद ग्रामीणों ने जवाड़ी बाईपास पर प्रदर्शन करते हुए विरोध जताया।
जवाड़ी, दरमोला ग्राम सभा की बैठक के बाद किया ग्रामीणों ने प्रदर्शन
जवाड़ी बाईपास में ग्राम सभा जवाड़ी की प्रधान पार्वती नौटियाल एवं दरमोला के प्रधान संतु लाल की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। इस मौके पर कई प्रस्ताव पारित कर किए गए। साथ ही ग्रामीणों ने जुलूस प्रदर्शन कर नगर पालिका में शामिल करने के फैसले का विरोध किया। इस मौके पर आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष किशोरी नंदन डोभाल ने कहा कि यदि शासन-प्रशासन और नगर पालिका शीघ्र इस निर्णय को वापस नहीं लेती तो ग्रामीण बड़ा आंदोलन करेंगे। कहा कि न्याय पंचायत जवाड़ी व काला पहाड़ को नगरपालिका में सम्मिलित किए जाने का समस्त ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिलाधिकारी से भी वार्ता की जा चुकी है।
15 दिनों में मांगों पर कार्रवाई न होने पर दी आंदोलन की चेतावनी
वक्ताओं ने कहा कि ग्रामीणों को विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि जवाड़ी बाईपास क्षेत्र, काला पहाड़ को नगर पालिका में सम्मिलित होने की सूचना मिली है। न्याय पंचायत जवाड़ी तथा काला पहाड़ की समस्त ग्राम वासियों की यहां काश्तकारी भूमि, गौचर, धार्मिक स्थल तथा पेयजल स्रोत स्थित है जिसकी देखरेख करना और उपभोग करना उनके अधीन है। उक्त क्षेत्र का गौचर, पेयजल तथा देवस्थली भूमि को किसी भी दशा में वे नगर पालिका को नहीं सौंपेगे। अंत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि उक्त दोनों ग्राम पंचायत की मांगों पर 15 दिनों में निष्ठापूर्ण विचार विमर्श कर आवश्यक कार्रवाई नहीं की जाती तो क्षेत्रीय ग्रामीण क्रमिक अनशन के साथ ही धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे।
सरकार के फैसले का जवाड़ी और दरमोला के ग्रामीणों ने किया विरोध
इस मौके पर जवाड़ी की ग्राम प्रधान पार्वती देवी नौटियाल, आप के जिलाध्यक्ष किशोरी नंदन डोभाल, राकेश सिंह, ऋतिक बुटोला, जगदंबा प्रसाद नौटियाल, प्रताप सिंह, श्यामलाल, सुनील, पुष्कर सिंह, सुरेश, देवी प्रसाद, शिशुपाल बिष्ट, अनिल सिंह बिष्ट, राम सिंह, राम प्रसाद, रघुवीर सिंह, राजेश, सुरजीत, सुरेंद्र सिंह, जोत सिंह, राकेश मोहन, वीर सिंह, दीपा देवी, सरिता देवी, गुड्डी देवी, अंजू देवी, कमला देवी, पूनम देवी, पुष्पा देवी, शिव देवी, सविता देवी, रामादेवी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
———–