
स्थानीय लोगों ने धारे पर पानी आते ही जताई खुशी
रुद्रप्रयाग। मुख्यालय स्थित गुलाबराय में पौराणिक जल धारे से सोमवार को जब पानी निकला तो स्थानीय लोग खुशी से झूम उठे। स्थानीय लोगों ने इसे चमत्कार मानते हुए मां गढ़ देवी की कृपा बताया।
बताते चलें कि रुद्रप्रयाग नगर में प्रवेश करने से पहले गुलाबराय में करीब सौ साल पुराना जल धारा बीते पांच महीने से बंद पड़ा था। रेलवे निर्माण के चलते इस पारम्परिक जल स्रोत का पानी पूरी तरह सूख गया था जिससे स्थानीय लोगों में निराशा थी और लोग दुखी थे। मुख्य बाजार से करीब 3 किमी की दूरी पर गुलाबराय में पारम्परिक वर्षो पुराने जल स्रोत से ग्रीष्मकाल ही नहीं शीतकाल में भी बड़ी संख्या में लोगों को पानी की आपूर्ति होती रही है। विशेषकर गर्मियों में तो यहां दूर-दूर से लोग पानी भरने आते रहे हैं। किंतु रेलवे के निर्माण से इस पारम्परिक जल स्रोत (धारा) का अस्तित्व मिटने लगा।
गुलाबराय के धारे पर पानी आया तो खुशी से झूम उठे लोग
लोग इसके पुर्नजीवन की मांग करते रहे। हालांकि सोमवार को धारे पर अचानक पानी आ गया और लोग खुशी से झूम उठे किंतु लोगों में यह भी डर है कि कहीं बरसात खत्म होने के बाद धारे का पानी फिर बंद न हो जाए इसलिए इसके पुर्नजीवित को लेकर प्रशासन, जल संस्थान विभाग और रेलवे को गंभीर होना पड़ेगा। धारे पर पानी आते ही स्थानीय निवासी एवं नगर सभासद लक्ष्मण कप्रवान, संजय देवली, गौरव नैथानी, प्रवीन देवली, कैलाश देवली, सरस्वती देवी, लज्जावती देवी, सरस्वती देवी, तरुण पंवार, शैलेंद्र भारती आदि ने खुशी व्यक्त की है।
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