2013 की आपदा के बाद गौरीकुंड में पढ़ रहे बच्चे हो गए थे अन्यत्र शिफ्ट
रुद्रप्रयाग। केदारघाटी के प्रावि गौरीकुंड में नौ साल बाद एक बार फिर से पठन पाठन शुरू हो गया। शुक्रवार को विधिवत विद्यालय में कक्षाओं का संचालन शुरू कर दिया गया। विद्यालय में अभी तक 14 छात्र एवं छात्राएं प्रवेश ले चुके हैं।
वर्ष 2013 में यात्रा का महत्वपूर्ण पड़ाव गौरीकुंड का आधा हिस्सा आपदा की भेंट चढ़ गया था। वहीं आपदा से डरे सहमे ग्रामीणों ने अपने बच्चों को अन्यत्र विद्यालयों में शिफ्ट कर दिया था। जिससे यहां छात्र संख्या शून्य हो गयी और विद्यालय बंद हो गया। मुख्य शिक्षा अधिकारी यशवंत सिंह चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि छात्र विहीन होने के कारण गौरीकुंड स्थित राप्रावि बंद हो गया था, साथ ही इस दौरान किसी भी शैक्षिक सत्र में विद्यालय में प्रवेश नहीं हो पाए थे। उन्होंने बताया कि शैक्षिक सत्र 2022-23 में इस विद्यालय को स्थानीय अभिभावकों की पहल पर विद्यालय दोबारा संचालन कर दिया गया है। ग्रामीणों ने इस कार्यवाही के लिए जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग का आभार जताया है। वहीं 2022 के विधानसभा चुनावों में जब उपजिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा यहां पहुंचे तो उन्होंने विद्यालय के बंद होने की जानकारी ली। जिसके बाद प्रशासन और शिक्षा विभाग द्वारा संयुक्त निरीक्षण कर ग्रामीणों से वार्ता की गई और विद्यालय को दुरुस्त किया गया। वहीं ग्रामीणों के सहयोग से अब यहां 14 छात्र प्रवेश ले चुके हैं और विधिवत कक्षाओं का संचालन शुरू हो गया है। नौ वर्षों के बाद विद्यालय शुरू होने से ग्रामीणों में खुशी का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि आपदा के बाद स्थिति सामान्य होने के बाद बच्चे पांच किमी दूर सोनप्रयाग में पढ़ाई करने जा रहे थे। वहीं अब विद्यालय में पुनः पढ़ाई शुरू होने से काफी सहूलियत मिलेगी। उपखंड शिक्षाधिकारी अवतार सिंह राणा ने बताया कि शुक्रवार से कक्षाओं का संचालन शुरू कर दिया गया है। इस मौके पर उपखंड शिक्षाधिकारी अवतार सिंह राणा,प्रशासनिक अधिकारी नरेंद्र सिंह,अध्यापक रामदत्त गोस्वामी आदि थे।