अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हुई काव्य गोष्ठी
अजीम प्रेमजी फाउण्डेशन एवं कलश संस्था के संयुक्त तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के मौके पर विचार श्रृंखला एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया इसमें साहित्य पर उन्होंने उत्साह और उमंग के साथ प्रतिभा किया साथ ही अपनी प्रस्तुतियों से आनंदित किया।
कार्यक्रम में प्रसिद्ध रंगकर्मी प्रेम मोहन डोभाल, चन्द्र शेखर पुरोहित, श्यामलाल सुन्दरियाल ने मुख्य अतिथि की भूमिका निभाई। वक्ताओं ने कहा कि मातृभाषा गढ़वाली कुमाऊंनी आदि भाषाओं के संरक्षण संवर्धन के लिए प्रयास हो रहे हैं जिससे इन भाषाओं को आठवीं अनुसूची में शामिल किया जा सके।
कार्यक्रम संयोजक करन सिंह एवं कलश संस्था के संयोजक ओम प्रकाश सेमवाल की मौजूदगी में कावियों ने शानदार कविता का पाठ किया। काव्य गोष्ठी में ओम प्रकाश सेमवाल ने जख मातृभाषै कि बात हो, जगदम्बा प्रसाद चमोला हमारा देश का सारा पंच, भुवनेश्वरी चंदानी अपणि मातृभाषा अहा अपड़ि प्यारि भाषा, मनोज थापा कुमाऊंनी कनि भाषा हमारी सुंदर प्रस्तुति दी। काव्य गोष्ठी में जसपाल भारती, शफीक़, कुशला नन्द पुरोहित, के के पाण्डेय, अजय नेगी आदि मौजूद थे।