5 जून से 15 जून तक होगा कार्तिक स्वामी मंदिर में महायज्ञ
रुद्रप्रयाग। क्रौंच पर्वत पर स्थित भैरव नाथ मन्दिर के समीप सकलीकरण व प्राण प्रतिष्ठा के साथ हनुमान की मूर्ति की स्थापना कर दी गई है। धार्मिक अनुष्ठान के अंतिम दिन हवन व पूजा अर्चना के साथ कार्यक्रम संपंन हुआ। इस दौरान भक्तों के जयकारों से सम्पूर्ण क्षेत्र भक्तिमय हो उठा। वहीं श्री कार्तिकेय मन्दिर समिति ने 11 दिवसीय महायज्ञ को लेकर भी तिथि घोषित कर दी है। आगामी 5 जून महायज्ञ शुरु होगा जो 15 जून को पूर्णाहुति के साथ संपन्न होगा।
बीते 4 अप्रैल से कार्तिक स्वामी में हनुमान की विशालमूर्ति स्थापना के साथ ही सकलीकरण और प्राण प्रतिष्ठा शुरू हुई थी। पहले ब्राह्मणों ने दिन विधि विधान एवं पंचाग पूजा के साथ पूजन कार्यक्रम किया। दूसरे दिन अखण्ड रामायण एवं अंतिम दिन आज इस धार्मिक अनुष्ठान का हवन, आरती एवं पूर्णाहुति के साथ समापन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्तों ने मंदिर पहुंचकर पुण्य अर्जित किया। इस दौरान भक्तों के जयकारों से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो उठा। अंत में भक्तों को प्रसाद का वितरण भी किया गया। इसे बाद मंदिर परिसर में श्री कार्तिकेय मन्दिर समिति के अध्यक्ष शत्रुघन सिंह नेगी की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। प्रतिवर्ष चमोली व रुद्रप्रयाग क्षेत्र के 362 गांवों के मंदिर कार्तिक स्वामी में प्रतिवर्ष विश्वकल्याण और क्षेत्र की सुख समृद्धि की कामना के लिए महायज्ञ का आयोजन होता है। आगामी जून माह में आयोजित होने वाले 11 दिवसीय महायज्ञ के लिए पंचाग गणना के अनुसार तिथि तय की गई। जिसमें पांच जून की तिथि निश्चित की गई। 11 दिनों तक चलने वाले महायज्ञ में 14 जून को जल कलश यात्रा एवं 15 जून को पूर्णाहुति के साथ समापन किया जाएगा। 14 जून को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को आमंत्रित करने का निर्णय भी लिया गया। महायज्ञ के सफल संचालन को लेकर विभिन्न समितियों का गठन भी किया गया। बैठक में मंदिर समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न नेगी, प्रबंधक पूर्ण सिंह नेगी, सचिव बलराम नेगी, विक्रम नेगी, बृजमोहन सिंह, लक्ष्मण नेगी, आचार्य बासुदेव थपलियाल, दीपक चमोला समेत कई लोग मौजूद थे।