
रुद्रप्रयाग। जीवन में संयमित और नियमित रहने से ही मनुष्य श्रेष्ठ बनता है। धन, दौलत और ऐश्वर्य के पीछे भागने के बजाय मां के चरणों में वंदन करते हुए समर्पण भाव ही जीवन धन्य बनता है। निर्मल मन से मां भगवती की अराधना और नियमित पूजा अर्चना से मां असीम कृपा बरसाती है।
जनपद मुख्यालय स्थित पुंडेश्वर मंदिर महादेव पुनाड़ में चल रही 9 दिवसीय श्रीमद् देवी भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में यह विचार कथा व्यास आचार्य प्रशांत डिमरी ने कहे। कथा व्यास ने कहा कि आज के समय में हर व्यक्ति को मां जगदम्बा और भगवान आशुतोष का स्मरण करना निंतात जरूरी है। कलयुग में बिना प्रभु भजन के कुछ भी सिद्ध नहीं हो सकता है। इसलिए अपने जीवनशैली में ऐसा बदलाव करें जो आपके जीवन को धन्य बना दे। इसके लिए मां भगवती की श्रीमद देवी भागवत कथा ही ऐसी है जिसके श्रवण भर से मन, बुद्धि, चित्त और हृदय पवित्र होता है।
सुबह सांय मंत्रोचार और भजन कीर्तन से सम्पूर्ण क्षेत्र में बह रही भक्ति की गंगा
पुंडेश्वर महादेव में कथा के पांचवे दिन भक्तों को कथा का रसपान कराते हुए कथा व्यास आचार्य प्रशान्त डिमरी ने कहा कि मां भगवती पर जिसकी कृपा होती है, उसके असंभव कार्य भी कैसे और कब हल हो जाए, उसे पता ही नहीं चलता है। मां की कथा के अनेक प्रंसग बताते हुए उन्होंने हर व्यक्ति को सदमार्ग पर चलने की सलाह दी। कहा कि किसी के प्रति राग, द्वेश और ईर्ष्या का भाव न रखें और निरंतर मां भगवती का स्मरण करते रहे जिससे हमारा कल्याण होना है।
हर दिन बड़ी संख्या में कथा का श्रवण कर रहे हैं भक्त
इस मौके पर आचार्य राहुल भट्ट, आचार्य अमित नौटियाल, आचार्य आयुष प्रसाद भट्ट, संगीतकार आचार्य नंदकिशोर सती, आचार्य राहुल कोठियाल, आचार्य संदीप बहुगुणा पांडव नृत्य एवं शिव समिति पुनाड़ के अध्यक्ष प्रकाश गोस्वामी, विजय कप्रवान, सूरज नौटियाल, भारत बिष्ट, रघुवीर पंवार, कालिका गोस्वामी, दिनेश कप्रवान, अजय सेमवाल, सचिव सुनील नौटियाल, सह सचिव शैलेंद्र गोस्वामी, संरक्षक महेश चंद्र डियून्डी, रामचन्द्र नौटियाल, चक्रधर प्रसाद सेमवाल, विक्रम कप्रवान, चंडी प्रसाद, हरीश कप्रवान, नरेंद्र गिरी, हरीश गिरी, दिनेश कप्रवान, गोविंद गिरी, सूरज नौटियाल, भारत बिष्ट, रघुवीर पंवार, कालिका गोस्वामी, प्रकाश सिंह, कुंवर सिंह सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय लोग मौजूद थे।