

रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी मातबर सिंह कंडारी के प्रचार अभियान और बढ़ती लोकप्रियता से भाजपा-कांग्रेस की नींद हराम हो गई है। उनके निरंतर गांव-गांव और नगरीय कस्बों में जनसम्पर्क से चर्चाओं का बाजार गर्म हो रहा है। हालांकि चुनाव के बाद किसके भाग्य में जीत का सेहरा बंधता है इसका फैसला 10 मार्च को हो जाएगा, किंतु इस सीट पर कंडारी ने मुकाबला रोचक बना दिया है।
जिले में भाजपा-कांग्रेस के साथ निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपने प्रचार में तेजी कर दी है। निर्दलीय प्रत्याशी मातबर सिंह कंडारी ने लोगों से अपने चुनाव निशान अंगूठी का बटन दबाने के लिए लोगों से समर्थन मांगा। इस दौरान वह गांव-गांव का भ्रमण कर वोट मांग रहे हैं। मातबर सिंह कंडारी ने संपर्क के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों से मुलाकात की। लोगों ने बताया कि भाजपा और कांग्रेस की कुनीतियों से वे अब पूरी तरह तंग हो चुके है और अपने क्षेत्र में ईमानदार व कर्मठ व्यक्ति को जनप्रतिनिधि के रूप में देखना चाहते है। जनसंपर्क के दौरान ग्रामीणों ने संकल्प लिया कि इस बार भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशी को नहीं बल्कि विकास पुरूष को विधानसभा पहुंचाएंगे। मातबर सिंह कंडारी को क्षेत्र के बुजुर्गों, वरिष्ठजनों, युवाओं और महिलाओं का समर्थन मिल रहा है। कंडारी के भ्रमण में उनके साथ पूर्व पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा अंकुर रौथाण, ठाकुर गजेंद्र पंवार, अक्की पंवार, गुलाब सिंह, विनौद कटैत, होशियार सिंह रावत, सूरज सिंह आर्या, विक्रम पटवाल, गणेश कपवान, भरत रावत, नैन सिंह रावत, सुभाष नेगी, अगम सिंह नेगी, सुभाष नेगी, बलवीर सिंह नेगी, विनोद लाल, प्रमोद सिंह रावत, विक्रम कंडारी, कैलाश भट्ट, जितेंद्र रावत, विकास नेगी, वीरेंद्र कंडारी, सुनील नेगी, जयपाल पटवाल, सूरज सिंह, सलोचना देवी, मंजू देवी, अंजु देवी, सरोजिनी देवी, दीपा, सोनम, गायत्री, अनीता और संगीता आदि थे।
जिले में भाजपा-कांग्रेस के साथ निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपने प्रचार में तेजी कर दी है। निर्दलीय प्रत्याशी मातबर सिंह कंडारी ने लोगों से अपने चुनाव निशान अंगूठी का बटन दबाने के लिए लोगों से समर्थन मांगा। इस दौरान वह गांव-गांव का भ्रमण कर वोट मांग रहे हैं। मातबर सिंह कंडारी ने संपर्क के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों से मुलाकात की। लोगों ने बताया कि भाजपा और कांग्रेस की कुनीतियों से वे अब पूरी तरह तंग हो चुके है और अपने क्षेत्र में ईमानदार व कर्मठ व्यक्ति को जनप्रतिनिधि के रूप में देखना चाहते है। जनसंपर्क के दौरान ग्रामीणों ने संकल्प लिया कि इस बार भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशी को नहीं बल्कि विकास पुरूष को विधानसभा पहुंचाएंगे। मातबर सिंह कंडारी को क्षेत्र के बुजुर्गों, वरिष्ठजनों, युवाओं और महिलाओं का समर्थन मिल रहा है। कंडारी के भ्रमण में उनके साथ पूर्व पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा अंकुर रौथाण, ठाकुर गजेंद्र पंवार, अक्की पंवार, गुलाब सिंह, विनौद कटैत, होशियार सिंह रावत, सूरज सिंह आर्या, विक्रम पटवाल, गणेश कपवान, भरत रावत, नैन सिंह रावत, सुभाष नेगी, अगम सिंह नेगी, सुभाष नेगी, बलवीर सिंह नेगी, विनोद लाल, प्रमोद सिंह रावत, विक्रम कंडारी, कैलाश भट्ट, जितेंद्र रावत, विकास नेगी, वीरेंद्र कंडारी, सुनील नेगी, जयपाल पटवाल, सूरज सिंह, सलोचना देवी, मंजू देवी, अंजु देवी, सरोजिनी देवी, दीपा, सोनम, गायत्री, अनीता और संगीता आदि थे।
इन गांवों में किया जनसंवाद–
मातबर सिंह कंडारी बीते कई दिनों से लगातार जनसंवाद कर रहे हैं। चुनाव प्रचार में उनके साथ लगातार जनता का समर्थन मिल रहा है। मातबर कंडारी ने रुद्रप्रयाग विधानसभा के नौगांव, बामसू, बाड़ा, डुंग्रा बछणस्यूं पट्टी के ग्राम धारकोट, बरसूड़ी, बणसौं, झुण्डोली, कमोल्डी, गुरदासपुर, कोली, पाटा, गहड़खाल, खेड़ाखाल, नवासु, मोंटा और पतनौली आदि क्षेत्रों में जनसम्पर्क कर लोगों से समर्थन मांगा।