उत्तराखंड

केदारनाथ यात्रा को लेकर भाजपा नेता ने की सीएम से मुलाकात

सीएम से मुलाकात

देहरादून। केदारनाथ धाम की यात्रा से जुड़ी विभिन्न समस्याओं को लेकर भाजपा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य एवं पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सीएम को ज्ञापन देते हुए समस्याओं के शीघ्र निराकरण की मांग की।

केदारनाथ यात्रा में आ रही समस्याओं के लिए सीएम से मिले भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिनेश उनियाल

देहरादून में सीएम को दिए ज्ञापन में भाजपा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य एवं पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल ने कहा कि सहजता से विचार करते हुए यात्रा को सुलभ तथा सुगम बनाने के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि रुद्रप्रयाग, तिलवाड़ा, गुप्तकाशी, फाटा, सेरसी, रामपुर तथा गौरीकुंड में 250 से 350 वाहनों के रुकने के लिए सुविधाओं से परिपूर्ण क्षमता वाली पार्किंग का निर्माण किया जाना जरूरी है। यात्रियों को विभिन्न पड़ावों से सीमित संख्या में आगे भेजा जाए जिससे कि सोनप्रयाग, गौरीकुंड और केदारनाथ में ज्यादा भीड़ भाड़ से अव्यवस्था न हो। अनेक कस्बों में यात्री रोकने से स्थानीय व्यापारियों को भी यात्रा का पूरा लाभ मिलेगा। साथ ही यात्रियों को भी किसी असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।

केदारनाथ यात्रा को लेकर दिए कई सीएम को कई सुझाव और बताई समस्याएं

कहा कि गौरीकुंड से केदारनाथ रात्रि में चलने वाली यात्रा को बंद किया जाए। उन्होंने चारधाम यात्रा के रजिस्टेशनों में शिथिलता लाने, पूर्व की भांति केदारनाथ के मुख्य यात्रा पडाव गुप्तकाशी, फाटा में आफलाइन काउंटर खोलने, यात्रियों की संख्या बढ़ाई जाने, केदारनाथ यात्रा के लिए गुप्तकाशी, फाटा में हेली टिकट के लिए पूर्व की भांति आफलाइन काउंटर खोलने, दिव्यांग एवं वरिष्ठजनों को हेली टिकट में वरियता दने, स्थानीय लोगों के लिए हर हेली में प्रतिदिन पांच से सात टिकट न्यूनतम दर पर उपलब्ध कराने, यात्रा से जुड़े जनपदों में मांस सप्लाई का काम संबंधित मानक पूर्ण करने वाले फर्म के द्वारा स्थानीय मुर्गा व्यापारियों को भी अधिकृत करने एवं मुर्गो की दुकाने यात्रा मार्ग से 200 मीटर की दूरी पर खोलने, धामों के नजदीक मांस की बिक्री प्रतिबंधित करने, हरिद्वार कुंभ मेले की तर्ज पर चारधाम यात्रा के लिए बजट एवं अलग से प्रशासनिक टीम गठित की जाए।

यात्रा में आ रही समस्याओं को समय रहते किया जाए दूर

कहा कि केदारनाथ यात्रा के लिए स्कूलों से 50-100 मीटर दूरी से उड़ान भर रहे हेली कंपनियों तथा हेलीपेडों को चिन्हित कर उनकी स्वीकृति स्थगित करने, प्रत्येक हेली कंपनियों के सीएलआर फंड नजदीकी गांवों के विकास के लिए खर्च करने, जनदीकी स्कूलों की साउंडप्रूफ करवाने, हेली कंपिनयों में स्थानीय बेरोजगारों को 70 प्रतिशत रोजगार देने, वर्तमान में हेली कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों का प्रतिवर्ष 5-10 फीसदी मानदेय बढ़ाने, प्रत्येक स्थानीय कर्मभारी को दीपावली पर बोनस देने एवं हेली कंपनियों द्वारा उनका बीमा कराने, स्थानीय बेरोजगार को कुंड से गौरीकुंड, गौरीकुंड से केदारनाथ, तुंगनाथ घाटी में चोपता, मदमहेश्वर घाटी आदि स्थानों में अस्थाई दुकानें लगाकर नींबू पानी, टैंट लगाने के लिए प्राथमिकता देते हुए नियमों में शिथिलता बरती जाए। गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए घोडे खच्चर, डडी कंडी के लिए अलग मार्ग बनाने, सोनप्रयाग से नदी में पुल लगाकर गौरीकुंड के लिए बाईपास बनाने, कालीमठ घाटी के जाल गांव से फाटा तक मीटरमार्ग की सुविधा देने की मांग की है। उन्होंने उक्त समस्याओं पर शीघ्र कार्यवाही की मांग की है।
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