13 जिलों के 45 शहरों में 55000 से ज्यादा लोगों को जागरूक करने का लक्ष्य
रुद्रप्रयाग। कहते हैं समाज के लिए कुछ करने का जज्बा हो तो मुश्किलें भी हार मान जाती है। ऐसा ही काम घनश्याम ओली चाइल्ड वेलफेयर सोसायटी के संस्था अध्यक्ष और राष्टीय युवा पुरस्कार विजेता अजय ओली कर रहे हैं। वह उत्तराखंड के गांव, शहर और कस्बों में स्कूलों बच्चों के साथ ही आम जनता को जागरूक कर रहे हैं।
शिक्षा से जोड़ना और नशे की प्रवृत्ति से बच्चों को दूर रखने के लिए इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है। रुद्रप्रयाग जिले में पहुंचे अजय ओली ने जीआईसी रुद्रप्रयाग, चिल्ड्रन अकादमी अगस्त्यमुनि और गौरी मेमोरियल पब्लिक स्कूल में 700 से ज्यादा बच्चों को जागरूक किया। उन्हें भविष्य में सफल होने के गुण भी सिखाए। उन्होंने कहा की अपने लक्ष्य को पहचाने और जिंदगी में वही करें जिसको करने में आनंद आए। तभी सफलता का मुकाम हासिल किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि वह 13 जिले, 45 शहर में 55000 से ज्यादा लोगों को जागरूक करेंगे। साथ ही कैरियर गाइडेंस कार्यक्रम में भी 40,000 से अधिक स्कूल जाने वाले बच्चों की कैरियर काउंसलिंग करेंगे। इसके साथ ही 750 किमी की पैदल यात्रा करने का लक्ष्य भी पूरा करेंगे। कहा कि यह जागरूकता अभियान पिथौरागढ़ से शुरू कर चंपावत के लोहाघाट में संपंन होगा।
इधर, बच्चों और अध्यापकों द्वारा उनका अनेक जगहों पर जोरदार स्वागत किया जा रहा है। कहा कि इस अभियान से बच्चों की काउंसलिंग की जा रही है साथ ही इसके प्रति बच्चों में काफी उत्साह है। साथ ही स्कूलों में समाज को नशा मुक्त करने और अपने भविष्य को संवारने में शपथ भी ली जा रही है। सबकी शिक्षा और नशा मुक्त उत्तराखंड के लिए हर कोई सजग हो। अजय ओली ने बताया कि अब तक 1, 10,000 से अधिक किलोमीटर की नंगे पांव पैदल यात्रा कर वह 4,50,000 से अधिक लोगों को जागरूक कर चुके हैं। इधर, उनके अभिनव कार्य के लिए उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक में भी दर्ज है। अजय पेशे से करियर और मोटिवेशनल काउंसलर हैं। वह कहते हैं की बच्चों को शिक्षा से जोड़ना बहुत जरूरी है। उनके जीवन का एक ही लक्ष्य है की अधिक से अधिक बच्चों को शिक्षा से जोड़ा जाए। साथ ही उन्हें हर हाल में नशे से दूर रखा जाए।