एसडीएम सदर ने मौके का निरीक्षण कर की प्रभावितों से बात
रुद्रप्रयाग जिले के सारी गांव के झालीमठ तोक में बीते दिन हुए भूस्खलन से प्रभावित लोगों की मदद को प्रशासन की टीम लगातार गांव पहुंच रही है। मंगलवार को जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार के साथ ही एसडीएम सदर अपर्णा ढौंडियाल ने गांव का दौरा किया। इस दौरान पूर्ति विभाग की मदद से प्रशासन ने 13 परिवारों को राहत सामग्री वितरित की।
सारी गांव के झालीमठ तोक में अचानक हुए भूस्खलन से ग्रामीण लगातार डर के साए में जी रहे हैं। घटना के बाद जिलाधिकारी मनुज गोयल के निर्देशों पर बीते दिन राजस्व उप निरीक्षक सारी और आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंच गई थी। इसके साथ ही मंगलवार को प्रभावितों की मदद और समस्या के समाधान के लिए एसडीएम सदर अपर्णा ढौंडियाल, पूर्ति विभाग और आपदा प्रबंधन टीम के साथ झालीमठ तोक पहुंची। एसडीएम ने प्रभावितों से बातचीत की साथ ही प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। साथ ही आपदा प्रबंधन अधिकारी एनएस रजवार ने अपनी टीम के साथ प्रभावितों की मदद की। प्रशासन की टीम ने 13 प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री वितरित की गई। आपदा प्रबंधन अधिकारी एनएस रजवार ने बताया कि राहत सामग्री में 5 किलो चावल, 2 किलो आटा, 1 किलो दाल, 1 किलो चीनी, 1 किलो नमक, 1 किलो तेल, 250 ग्राम मसाला, 50 ग्राम चायपत्ती, माचिस/कैंडिल आदि सामग्री वितरित की गई। इसके साथ ही दो परिवारों को तिरपाल और 12 परिवारों को बारिश से बचाव के लिए पालीथिन भी उपलब्ध कराई गई। इधर, मौसम के चलते झालीमठ तोक में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र के लोगों में दहशत और बढ़ गई है। यदि इस क्षेत्र में बारिश हुई तो भूस्खलन की संभावना और भी बढ़ जाएगी ऐसे में भूस्खलन का दायरा लगातार बढ़ रहा है। जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि प्रशासन प्रभावित क्षेत्र में निरंतर नजर बनाए हुए हैं, ग्रामीणों को जो भी मदद संभव होगी उसे पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
भूगर्भीय टीम ने किया झालीमठ तोक का सर्वे
सारी गांव के झालीमठ तोक में भूस्खलन की घटना के बाद इस क्षेत्र का भूगर्भीय सर्वेक्षण टीम ने यहां का सर्वे किया। यहां भविष्य की संभावना और खतरे को लेकर टीम अपनी रिर्पोट प्रशासन को सौंपेगी। इसके बाद इस क्षेत्र का व्यापक अध्ययन करते हुए आगे की योजना पर काम किया जाएगा।
जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि झालीमठ तोक में भूगर्भीय टीम द्वारा इस क्षेत्र का निरीक्षण कर सर्वे किया गया है। इधर, सर्वे की रिर्पोट के आधार पर इस तोक में भविष्य में लोगों के रहने और न रहने की सभी संभावनाओं का गहन अध्ययन किया जाएगा। साथ ही पहाड़ी के ट्रीटमेंट आदि पर भी विचार किया जाएगा। उप निदेशक एवं भूवैज्ञानिक दीपक हटवाल द्वारा इस क्षेत्र का सर्वे कर रिर्पोट प्रशासन को सौंप दी जाएगी।