व्यापारी, टैक्सी यूनियन और होटल-लॉज संचालकों के ली बैठक
रुद्रप्रयाग। आगामी चारधाम यात्रा को लेकर प्रशासन और पुलिस ने स्थानीय व्यापारी, टैक्सी यूनियन एवं होटल-लॉज संचालकों के साथ बैठक ली। इस दौरान बेहतर व्यवस्था बनाने के लिए दोनों तरफ से सुझाव एवं चर्चा की गई। अभियान को धरातल पर उतारने के लिए प्रशासन और पुलिस ने ट्रायल भी शुरू कर दिया है।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में एसडीएम सदर अर्पणा ढौडियाल एवं पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध घिल्डियाल ने व्यापारियों, होटल लॉज संचालकों एवं टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों से कई सुझाव मांगे। बैठक में विशेष रूप में नगर में बेहतर यातायात व्यवस्था के लिए वन वे ट्रेफिक प्लान लागू करने पर निर्णय लिया गया। 1 मई से रुद्रप्रयाग नगर में वन वे ट्रेफिक व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। हाईवे और नगर के बीचों बीच दोनों किनारों पर लगे दोपहिया और चार पहिया वाहनों को हटाया जाएगा। दो पहिया वाहनों को एक निश्चित स्थान उपलब्ध कराया जाएगा ताकि यात्रा के दौरान जाम न लग सके।
1 मई से होगी रुद्रप्रयाग नगर में वन वे ट्रेफिक व्यवस्था विधिवत शुरू
इसके अलावा सीईओ कार्यालय से रुद्राबैंड तक हाईवे पर बेतरतीब लगे वाहन हटाने, गुलाबराय का मैदान 2 महीने के पार्किंग के लिए उपयोग करने, पुरानी तहसील में यात्रा के दौरान पार्किंग के लिए उपयोग करने, रोहन मोटर्स के सामने वर्क शॉप से वाहन हटाने, रुद्राबैंड से डाटपुल के बीच दुर्घटना वाहनों को एसपी कार्यालय के समीप वन विभाग के पार्क में शिफ्ट करने, नए बस अड्डे में पार्किंग करने, मुख्य बाजार हनुमान मंदिर से दोपहिया वाहन हटाने, नगर के बीच लगे कई अनियोजित वाहनों को हटाने, घोलतीर-रतूड़ा का टैक्सी प्वाइंट कुछ समय के लिए पेट्रोल पंप के समीप से संचालित करने, बाजार का फुटपाथ खाली कराने, बाजार से फड़ रेड़ी वालों को हटाने, माल वाहनों की लोडिंग अनलोडिंग का समय तय करने, सुरंग से टैक्सी यूनियन जवाड़ी का प्वाइंट हटाने, केदारनाथ तिराहे और पीडब्लयूडी वाई बापास तिराहे पर वन वे व्यवस्था बनाने, एम्बुलेंस को नगर में आने जाने की छूट रखने, पानी, स्ट्रीट लाइन, शौचालय और आवारा पशु हटाने आदि व्यवस्था करने पर चर्चा की गई। इस मौके पर यातायात निरीक्षक श्यामलाल, कोतवाली निरीक्षक जयपाल नेगी, व्यापार संघ जिलाध्यक्ष अंकुर खन्ना, नगर अध्यक्ष चन्द्रमोहन सेमवाल, तरुण पंवार, नरेंद्र रावत, हिमपाल भंडारी, मेगा कंपनी, आरसीसी कंपनी, आरजीबी कंपनी के अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।
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