मयाली-मखेत मोटरमार्ग पर आश्रम में गुलदार ने महिला को बनाया निवाला

सरकार और वन विभाग के लापरवाही के खिलाफ क्षेत्रीय जनता ने लिया आंदोलन का निर्णय
रुद्रप्रयाग। विकासखंड जखोली के मखेत गांव के आश्रम नामक तोक में मंगलवार को गुलदार ने एक और महिला की जान ले ली। मृतका की पहचान 65 वर्षीय रामेश्वरी देवी पत्नी कैलाश सिंह बुटोला के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि मंगलवार सायं 7:30 बजे रामेश्वरी देवी पर तब हमला हुआ जब वह अपने घर के समीप अकेली थी। गुलदार ने मौका पाकर महिला पर झपट्टा मारा और उसे घसीटते हुए जंगल की ओर ले गया।
घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मौके पर उप प्रभागीय वनाधिकारी डॉ. दिवाकर पंत, वन क्षेत्राधिकारी (दक्षिणी) हरीश थपलियाल सहित वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। जखोली पुलिस चौकी से चौकी इंचार्ज विनोद कुमार, कांस्टेबल राजेश और हेड कांस्टेबल मनवर सिंह ने भी घटनास्थल का मुआयना किया। इधर, वन विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा गुलदार को मारने के आदेश दे दिए गए हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि यह घटना कोई पहली नहीं है। महज दस दिन पहले 30 मई को पास के कांडा गांव में रूपा देवी को गुलदार ने निवाला बनाया। इसके अलावा मेहरगांव, ढुमकी, खरियाल और देवल में भी महिलाओं व बच्चों पर गुलदार हमले की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। मयाली क्षेत्र में भी ऐसी ही एक घटना में महिला पर हमला हुआ था।
जखोली ब्लॉक के कई गांव में बड़ी गुलजार की दहशत
लगातार हो रही इन घटनाओं से स्थानीय लोगों में भारी दहशत है। ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासन से गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने, गश्त बढ़ाने और प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी ड्रोन की व्यवस्था करने की मांग की है।
वन विभाग ने घटनास्थल के आसपास सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है, जबकि पीड़ित परिवार को प्रारंभिक सहायता देने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में और भी गंभीर घटनाएं हो सकती हैं। निवर्तमान ब्लाक प्रमुख प्रदीप थपलियाल ने कहा कि आज से वन विभाग और सरकार की लापरवाही के खिलाफ जनता आंदोलन करेगी। जब तक गुलदार को सूट नहीं किया गया तब तकआदोलन जारी रहेगा।