दिल्ली मंदिर निर्माण को लेकर सीतापुर में केदारघाटी होटल ऐसासिएशन ने किया प्रदर्शन
विरोध-प्रदर्शन
रुद्रप्रयाग। मुख्यमंत्री द्वारा दिल्ली में केदारनाथ के प्रतीकात्मक मंदिर के शिलान्यास करने को लेकर केदारघाटी में लगातार विरोध होने लगा है। सीतापुर में केदारघाटी होटल ऐसाशिएन ने विरोध करते हुए मंदिर का नाम परिर्वतित करने की मांग की है। कहा कि मंदिर का नाम केदारनाथ रखा गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
शनिवार को केदारघाटी ऐसासिएशन के अध्यक्ष प्रेम गोस्वामी एवं सचिव नितिन जमलोकी के नेतृत्व में ऐसोसिएशन के सदस्यों ने सीतापुर में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की गई। आंदोलित लोगों ने कहा कि इस फैसला किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जाएगा। इस कृत्य को लेकर केदारघाटी के विभिन्न स्थानों पर आंदोलन शुरू हो गए हैं।
दिल्ली में नहीं मिल सकता है विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम का महत्व
ऐसोएिशन के अध्यक्ष प्रेम गोस्वामी ने कहा कि दिल्ली के बौराड़ी में बन रहा मंदिर धर्म शास्त्रों के खिलाफ है। अच्छा होता मुख्यमंत्री केदारनाथ आने वाले यात्रियों को सुविधा देते, न कि केदारनाथ जैसे विश्व विख्यात धाम को दिल्ली में स्थापित करने का प्रयास करते। तीर्थपुरोहित समाज, व्यापारी एवं स्थानीय जनता इसको लेकर आंदोलित है। यदि फैसला वापस नहीं लिया जाता तो जनता उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होगी। यह धर्म विरुद्ध कार्य है जिसकी सब जगह निंदा हो रही है। ऐसासिएशन के सचिव नितिन जमलोकी ने कहा कि केदारनाथ के नाम पर मंदिर बनना कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। यह हिमालय स्थित ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग की महत्ता के खिलाफ है। यदि मंदिर ही बनाना है तो उसका नाम परिर्वतित करते हुए दूसरा रखा जाए। मंदिर का नाम केदारनाथ रखा गया तो इसका पुरजोर विरोध होगा। इस मौके पर संदीप रावत, लक्ष्मण गोस्वामी, रामलाल कुनियाल सहित कई लोग मौजूद थे।