रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल रोकने लिए मजबूत एवं सशक्त नकल विरोधी कानून बनाया गया है। 39 पेज के इस कानून की जानकारी आम जनता को जरूर होनी चाहिए।
भर्ती के नाम पर घोटाला करने की अब, दूर-दूर तक भी नहीं सोच पाएगा कोई
रुद्रप्रयाग पहुंचे भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कर्नल अजय कोठियाल (सेवानिवृत) ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस कानून में युवा शक्ति के साथ ही समाज की भावनाओं का खयाल रखा है। भाजपा पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता करते हुए कर्नल कोठियाल ने कहा कि समाज में कई ऐसी चीजें होती हैं जिसे देखकर हम विचलित हो जाते हैं। ऐसा ही पेपर लीक मामले में भी देखा गया। राज्य के लोग सख्त कानून की मांग कर रहे थे। इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री ने शीघ्र नकल विरोधी कानून को मंजूरी दी है। कोठियाल ने कहा कि युवाओं पर लाठीचार्ज भी कुछ अराजक तत्वों के कारण हुआ। वह अब भी युवाओं को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अच्छा काम कर रही है। कहा कि हर युवा के भविष्य को देखते हुए सरकारी गजट के रूप में ऐक्ट बना दिया गया है। कहा कि परीक्षाओं के दौरान पेपर लीक या अराजकता फैलाने के आरोपियों को ऐक्ट में कड़ी सजा का प्राविधान रखा गया है। 39 पेज के इस कानून को उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम व निवारण के उपाय अध्यादेश 2023 नाम दिया गया है।
उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम व निवारण एक्ट बनाया
इस कानून को 10 फरवरी से लागू कर दिया गया। इस कानून को हर युवा एवं उत्तराखंड वासियों जरूर जानना चाहिए। ताकि लोगों अपनी काबिलियत पर आगे बढ़ने का अवसर मिल सके। भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी सरकार युवाओं के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए अनैतिक कार्य करने वालों पर कार्रवाई के लिए सक्षम है। उन्होंने कहा कि देश में उत्तराखंड पहला राज्य है जिसने एक सशक्त नकल विरोधी कानून बनाया है। सरकार द्वारा बनाए गए इस कानून से सिस्टम को ठीक करने के सभी तरीके हैं। उन्होंने कहा कि नकल विरोधी कानून में कड़ी सजा का प्राविधान रखा गया है ताकि कोई परीक्षाओं के लिए किसी भी तरह के अनैतिक कार्य न कर सके। इस मौके पर भाजपा उपाध्यक्ष भारत भूषण भट्ट, अरुण चमोली, सुनील नौटियाल, मंडल अध्यक्ष ग्रामीण सुरेंद्र बिष्ट, नरेंद्र चौधरी, रोशन झा आदि मौजूद थे।
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