रुद्रप्रयाग में हुई उत्तराखंड सेब उत्पादक किसान संघ की गढ़वाल मंडल की पहली बैठक
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड सेब उत्पादक किसान संघ की रुद्रप्रयाग में गढ़वाल मंडल की पहली बैठक आयोजित की गई। इस मौके पर सेब उत्पादक किसान संघ के राष्ट्रीय नेता एवं हिमाचल प्रदेश के ठियोग विधानसभा के पूर्व विधायक राकेश सिंघा ने किसानों को सेब की खेती के लिए प्रेरित किया। उन्होंने उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों को सेब उत्पादन के लिए अनुकूल बताया।
सेब किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ 4 अप्रैल को निकलेगी देश में राष्ट्रीय स्तर की रैली
संगम बाजार स्थित पोद्दार धर्मशाला में आयोजित अखिल भारतीय किसान सभा से संबद्ध सेब उत्पादक किसान संघ की बैठक में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय नेता राकेश सिंघा ने कहा कि उत्तराखंड का पहाड़ी इलाका सेब की खेती के लिए बहुत अनुकूल है। कहा कि सेब एक खास तापमान और खास आद्रता में तैयार किए जाते हैं। सरकार सेब की खेती से अपना हाथ पीछे खींच रही है। सरकार के कारपोरेट परस्त नीतियों के चलते सेब की खेती पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। वर्तमान में सरकार सेब उत्पादक का ठेका भी अडानी कंपनी को दे रही है।
सेब की खेती के लिए अपनाने पड़ेंगे वैज्ञानिक तरीके
सिंघा ने कहा कि आधुनिक युग की तकनीकी का फायदा किसानों को नहीं मिल पा रहा है। सेब की खेती के लिए वैज्ञानिक तरीके अपनाने पड़ेंगे। कहा कि सेब की खेती से किसानों की आमदनी बेहतर हो सकती है। उन्होंने सरकार पर किसानों को अनुदान बंद करने का आरोप लगाया। कहा कि पूर्व में किसानों को जिस तरह की सरकार द्वारा सुविधाएं दी जाती थी वह आज के समय में पूरी तरह बंद हो गई है। उन्होंने कहा कि सरकार की सेब किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ सेब उत्पादक 4 अप्रैल को पूरे देश में राष्ट्रीय स्तर पर रैली निकालकर सरकार को घेरेगी। कहा कि पूरे देश के सेब उत्पादक किसानों को संगठित किया जाएगा।
सरकार पर लगाया किसानों को अनुदान बंद करने का आरोप
इस मौके पर उन्होंने किसानों से एकजुट होकर अपने हितों के लिए आगे आने का आह्वान किया। बैठक में पंचम सिंह रावत, किसान सभा के प्रांतीय महामंत्री गंगाधर नौटियाल, सेब उत्पादक संघ के सह संयोजक भूपाल सिंह रावत, किसान सभा के प्रदेश कोषाध्यक्ष शिव प्रसाद देवली, वीरेंद्र गोस्वमी, दौलत सिंह रावत, अषाढ़ सिंह, नरेंद्र रावत, भरत भंडारी, सतवीर रावत, अरविंद पंवार, पूरन ठाकुर, लक्ष्मण सिंह आदि मौजूद थे।