अनेक क्षेत्रों में कार्य करने वाली महिलाएं की गई सम्मानित
अर्न्तराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा में कई आकर्षक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।
समारोह में मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाएं उत्कृष्ट योगदान दे रही है। कोई ऐसा क्षेत्र नहीं जहां महिलाएं अपनी काबिलियत का लोहा न मनवा रही हों। उन्होंने सभी को महिला दिवस की बधाई देते हुए कार्यक्रम की सराहना की।
विशिष्ट अतिथि ब्लाक प्रमुख अगस्त्यमुनि विजया देवी ने कहा कि महिलाएं पहाड़ की रीढ़ है, वह न सिर्फ यहां के समाज को बल्कि इन पहाड़ों को अपनी मेहनत से निरंतर काबिल बना रही है। पहाड़ के गांव में महिलाओं की अथक मेहनत से ही बचे हैं। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनामिका सिंह ने महिला अधिकारों और पोक्सो एक्ट की कानूनी जानकारी दी। चण्डीगढ कोर्ट में एडवोकेट प्रियंका चौहान ने महिला घरेलू हिंसा, पैनल लायर यशोदा खत्री ने मातृत्व अवकाश ,कन्या भ्रूण हत्या पर विस्तृत जानकारी दी। बाल रोग विशेषज्ञ जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग की डाक्टर मोनिका राणा ने स्वच्छ बेटी, स्वस्थ बेटी पर विचार रखे। उन्होंने कहा कि हमारी अधिकांश बेटियां कुपोषण का शिकार हैं उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए हमें विशेष प्रयास करने होंगे। उर्मिला मेहरा ने महिलाओं को रोजगार देने की अपनी मुहिम को अन्तिम गांव की महिला तक पहुंचाने का संकल्प लिया। डॉ गीता नौटियाल ने अपनी सफलता की कहानी सुनाई। इस मौके पर मांगल गायिका रामेश्वरी देवी द्बारा अपने मधुर कण्ठ से देणा ह्वेया खोली का गणेशा से सभी को मंत्रमुग्ध किया। जबकि बालिकाओं द्वारा लोकगीत नृत्य कार्यक्रम एवं शशि देवली, उपासना सेमवाल ने महिला सशक्तिकरण पर काव्य पाठ किया। सभी महिलाओं को डायट प्राचार्य विनोद सिमल्टी द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करने वाली छात्रा मधु राजकीय इण्टर कालेज मणिपुर, कार्यक्रम समन्वयक प्रवक्ता भुवनेश्वरी चन्दानी, प्रवक्ता रुचिका पुरी, इन्दुकान्ता, आनन्द जगवाण,डा गुरु प्रसाद सती, नरेन्द्र बिष्ट, डा विनोद यादव, डीएलएड प्रशिक्षु एवं प्रतिभागी शिक्षिकाएं डा गीता नौटियाल, शोभा डोभाल, विमला राणा, कुसुम भट्ट, ललिता रौतेला, देवेश्वरी सेमवाल, रंजना जगवाण, उर्मिला राज, अनिता जगवाण, नीलम बिष्ट, उर्मिला शर्मा, विजया भट्ट, रजनी गोंसाईं, राजेश्वरी चन्द्रवाल, लीलावती मौर्य, प्रेमलता नेगी, प्रधान सहायक मान वीरेंद्र बर्त्वाल, मातबर सिंह खत्री, विजय खत्री, भागवत सिंह बिष्ट, महेंद्र सिंह बिष्ट आदि मौजूद थे।