दशज्यूला क्षेत्र की अराध्य देवी मां चंडिका की दिवारा यात्रा रविवार को रुद्रप्रयाग पहुंची। इस दौरान मां चंडिका ने नगर के बेलनी, संगम के साथ ही कोटेश्वर और बेला खुरड़ में भक्तों को दर्शन दिए। रात्रि विश्राम भी बेला खुरड़ में किया गया। देवी ने संगम में चामुंडा देवी और भगवान रुद्रनाथ से भी भेंट की।
करीब पांच महीने से दिवारा यात्रा पर चल रही रुद्रप्रयाग जिले के महड़ गांव की मां चंडिका देवी की यात्रा ने रविवार को रुद्रप्रयाग नगर में भ्रमण किया। इस दौरान सुबह बेलनी कस्बे में पूजा अर्चना के बाद देवी ने भक्तों को दर्शन देने शुरू किए। इसके बाद चंडिका देवी संगम स्थल पहुंची। यहां मां चामुंडा के साथ ही भगवान रुद्रनाथ से भेंट करने के बाद कोटेश्वर को रवाना हुई। यहां भी बड़ी संख्या में भक्तों ने मां का पुष्प वर्षा से भब्य स्वागत किया। यहां अनेक गांवों से आए भक्तों को देवी ने चांवल और पुष्प आशीष के रूप में दिए। लोगों ने देवी को फल, पुष्प, चांवल और चुनरी भेंट की। सोमवार को मां चंडिका देवी की यात्रा भैंस गांव, सांदर होते हुए नारी खतेणा आदि स्थानों का भ्रमण करेगी। देवी के पुजारी आचार्य हरि बल्लभ सती प्रतिदिन विधि विधान से देवी की पूजा अर्चना कर रहे हैं। बताते चलें कि मां चंडिका की दिवारा यात्रा 92 साल बाद चल रही है।
करीब 9 महीने की दिवारा यात्रा संपंन होने के बाद मई अंत में दशज्यूला के महड़ गांव में महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। जिसमें 28 गांव के लोग शामिल होंगे। इस मौके पर पुजारी आचार्य हरिबल्लभ सती, दिवारा यात्रा समिति के सचिव देवेंद्र जग्गी, उम्मेद सिंह कप्रवान, बुद्धिवल्लभ थपलियाल सहित बड़ी संख्या में भक्त मौजूद थे।