
रुद्रप्रयाग। ऊखीमठ नगर में बंदरों के हमले की घटनाएं रुक नहीं रही है। एक के बाद एक घटना के बाद भी न वन विभाग, नगर पंचायत और प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। अब तो समस्या इतनी विकराल हो गई है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
ऊखीमठ में बंदरों के हमले की लगातार हो रही घटनाएं
नगर में कोई दिन ऐसा नहीं है जब बंदर किसी न किसी पर हमला न कर रहे हों। शुक्रवार देर सांय सरस्वती विद्या मंदिर के निकट 65 वर्षीय पुष्पा देवी पर अपने छत पर टहल रही थी, कि तभी अचानक से बंदरों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया। जिससे उनके हाथ पर गहरे घाव हो गए हैं। घायलावस्था में उन्हें पीएचसी ऊखीमठ लाया गया जहां डॉक्टरों ने उनका उपचार किया। वहीं दूसरी ओर राइका ऊखीमठ के छात्रों को विद्यालय तक पहुंचना किसी चुनौती से कम नहीं है। रास्ते में बैठे बंदर आए दिन छात्रों के पीछे भाग रहे हैं जिसमें अभी तक कई छात्र चोटिल भी हो चुके हैं। स्कूली छात्र भय के माहौल में विद्यालय जाने को मजबूर हैं। नगर क्षेत्र में बंदर पिछले एक माह में एक दर्जन से अधिक लोगों पर हमले कर चुके हैं, बावजूद भी प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं कि जा रही है।
जगह जगह बंदरों की दहशत से ऊखीमठ के बच्चे, बुर्जुग, महिला और नौजवान परेशान
स्थानीय निवासी राकेश चन्द्र, जयंत नैथानी, प्रकाश सिंह, श्याम सिंह, दिनेश चन्द्र ने बताया कि नगर के राइका ऊखीमठ, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,ओंकारेश्वर मंदिर एवं सरस्वती विद्या मंदिर के निकट झुंड में बैठे बंदर लोगों पर हमला कर घायल कर रहे हैं। बंदरों का खौफ इतना है कि बुजुर्ग एवं बच्चे अकेले घरों से नहीं निकल पा रहे हैं। नगर में बढ़ रही लगातार घटनाओं के बावजूद भी न तो नगर पंचायत द्वारा कोई कदम उठाए जा रहे और नहीं वन विभाग और प्रशासन कोई कार्रवाई कर रहा है जिससे आए दिन बंदरो का आतंक बढ़ रहा है। लोग बंदरों के आतंक से परेशान है और दशहत में है।