उत्तराखंड

अपडेट: पढ़ें, पूरी खबर: मृतकों में एक रुद्रप्रयाग, दो महाराष्ट्र के रहने वाले

केदारनाथ पैदल मार्ग हादसा

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ पैदल मार्ग पर चीरवास के पास 50 मीटर में तीन अलग अलग स्थानों पर पहाड़ी से पत्थर मलबा आने के चलते तीन यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई जबकि पांच यात्री घायल हो गए। सूचना मिलते ही गौरीकुंड पुलिस के साथ ही एसडीआरएफ, डीडीआरएफ एवं प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई। त्वरित रेस्क्यू करते हुए घायलों को गौरीकुंड अस्पताल पहुंचाया गया।

50 मीटर में तीन स्थानों पर गिरे पत्थर एवं मलबे में तीन की मौत, पांच घायल

जानकारी के अनुसार रविवार सुबह गौरीकुंड से केदारनाथ पैदल मार्ग पर सुबह साढ़े सात बजे गौरीकुंड से 3 किमी दूर चीरवासा के करीब पहाड़ी से अचानक बोल्डर और मलबा गिर गया। बड़े पत्थरों की चपेट में आने से तीन यात्रियों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। करीब 50 मीटर के दायरे में तीन अलग-अलग स्थानों पर गिरे पत्थरों की चपेट में आने से पांच यात्री घायल हो गए। यह यात्री केदारनाथ की ओर जा रहे थे। पुलिस एवं आपदा प्रबंधन के अनुसार मृतकों में 31 वर्षीय किशोर अरुण पराते पुत्र अरुण पराते निवासी खापा, थाना खापा जिला नागपुर राज्य महाराष्ट्र, 24 वर्षीय सुनील महादेव काले पुत्र महादेव काले निवासी गौन्डी, जिला जालना राज्य महाराष्ट्र एवं 22 वर्षीय अनुराग सिंह निवासी खैड़ी घंडियाल्का, जिला रुद्रप्रयाग शामिल है।

एसडीआरएफ, डीडीआरएफ और पुलिस के जवानों ने किया रेस्क्यू

जबकि घायलों में चेला भाई 23 वर्षीय चौधरी पुत्र श्रीराम जी भाई चौधरी निवासी गुजरात, 45 वर्षीय जगदीश पुत्र प्रताप भाई पुरोहित निवासी भाटी पोस्ट कटारवा, गुजरात, 18 वर्षीय अभिषेक चौहान पुत्र नैनेश्वर चौहान निवासी गौण्डी, जिला जालना महाराष्ट्र, 27 वर्षीय धनेश्वर पाण्डे पुत्र गजानन्द निवासी खापा महाराष्ट्र एवं हरदाना भाई पटेल निवासी गुजरात शामिल हैं। इधर, सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंची। सभी घायलों को स्ट्रेक्चर की मदद से गौरीकुंड पहुंचाया गया जहां उनका उपचार किया गया जबकि मृतकों के शवों को भी पंचनामा भरने के बाद जिला चिकित्सालय भेजा गया। मृतकों में दो महाराष्ट्र एवं एक जनपद रुद्रप्रयाग का निवासी शामिल है। जबकि घायलों में दो महाराष्ट्र एवं तीन गुजरात के यात्री शामिल है। इधर, घटना से क्षेत्र में शोक का माहौल है। केदारनाथ जा रहे हर यात्री ने इस घटना पर दुख प्रकट किया।
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